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बिजनेस

मिलान आंध्र प्रदेश में करेगी 5 अरब डॉलर निवेश

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हैदराबाद| जेनरिक दवा निर्माता कंपनी मिलान लैबोरेटरीज लिमिटेड आंध्र प्रदेश में अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए पांच अरब डॉलर निवेश करना चाहती है। यह बात कंपनी के एक अधिकारी ने सोमवार को कही। मिलान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कानूनी) राजीव मुकुंदन ने राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से कहा कि कंपनी इस अतिरिक्त निवेश से राज्य में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहती है।

कंपनी के तटवर्ती शहर विशाखापत्तनम में चार संयंत्र हैं।

मुकुंदन ने अमेरिका-भारत व्यवसाय परिषद (यूएसआईबीसी) के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के तौर पर नायडू से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल सोमवार को यहां नायडू से मिला है।

प्रतिनिधिमंडल के एक अन्य सदस्य फार्माश्यूटिकल कंपनी हॉस्पीरा के प्रबंध निदेशक श्रीनी श्रीनिवासन ने कहा कि उनकी कंपनी ने विशाखापत्तनम में अपनी विनिर्माण इकाई में 2,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक जॉनसन एंड जॉनसन के एक प्रतिनिधि ने राज्य में शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को कम करने और महिलाओं के स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने में रुचि दिखाई।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूएसआईबीसी की कार्यकारी उपाध्यक्ष डायने फरेल ने किया।

फरेल ने मुख्यमंत्री से कहा कि यूएसआईबीसी विशाखापत्तनम को स्मार्ट शहर बनाने के काम में तेजी ला रहा है। उन्होंने कहा, “हम विशाखापत्तनम को स्मार्ट शहर बनाने में रुचि रखने वाली कंपनियों और निवेशकों से बात कर रहे हैं।”

उन्होंने मुख्यमंत्री को अमेरिका आने का न्योता दिया और सरकार को आंध्र प्रदेश में निवेश अवसरों पर एक रोड शो आयोजित करने की सलाह भी दी।

आंध्र प्रदेश में निवेश करने के लाभ के बारे में नायडू ने कहा कि समुचित पानी, चौबीस घंटे बिजली और लंबा समुद्र तट है, जिसके कारण यह माल ढुलाई का एक केंद्र साबित हो सकता है।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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