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मुख्य समाचार

सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय संघ को देकर पर्रिकर ने किया सेना का अपमान : मायावती

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mayawatiलखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा के भीतर जाकर आतंकी कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की सेना की कार्रवाई का श्रेय पहले पीएम नरेन्द्र मोदी और अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को देने की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके उन्होंने भारतीय सेना के पराक्रम का अपमान किया है, जो बेहद निन्दनीय है।

मायावती ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर में भीतर जाकर आतंकियों के खिलाफ अपनी जान हथेली पर रखकर सफल सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए सेना की प्रशंसा जरूरी है, परन्तु रक्षा मंत्री परिकर तथा खुद प्रधानमंत्री द्वारा इसका श्रेय लेकर राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास करना गलत है।

सेना की इस कार्रवाई का उत्तर प्रदेश व कुछ अन्य राज्यों में शीघ्र होने वाले विधानसभा चुनाव में घोषित तौर पर भाजपा द्वारा इसका चुनावी लाभ उठाने का प्रयास भी बेहद निंदनीय है।

मायावती ने कहा कि रक्षा मंत्री द्वारा इस सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय आर.एस.एस. जैसे संगठन को देना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। वैसे भी संघ एक सर्वमान्य संस्था नहीं है, क्योंकि इसका एजेंडा घृणा व नफरत पर आधारित विभाजन है। इतना ही नहीं, खुद को सांस्कृतिक संस्था घोषित करने वाले आरएसएस के लोग हमेशा राजनीतिक उद्देश्य से ही काम करते हैं और चुनावों में भी अपनी खास मानसिकता के तहत एक पार्टी विशेष के लिये काम करने का प्रयास करते हैं और अब तो इनके लोग खुले तौर पर बीजेपी व उसकी सरकार में शामिल हैं।

मायावती ने कहा कि वास्तव में भाजपा यूपी में अपनी दयनीय स्थिति को लेकर काफी परेशान है, जिस कारण ही अब देशभक्ति आदि के अविवादित विषय की आड़ में राजनीति करने की कोशिश कर रही है।

इसी क्रम में भाजपा द्वारा दूसरी पार्टियों में तोड़-फोड़ करके उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने से भी यह साबित हो गया है कि यूपी में भाजपा कितनी ज्यादा हताश है।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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