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प्रादेशिक

मप्र के 10 हजार प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को मिलेंगे लैपटॉप : शिवराज

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भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को डिजिटल इंडिया सप्ताह के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग में वर्चुअल कक्षाओं के माध्यम से 16 हजार विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने इस वर्ष 10 हजार प्रतिभाशाली विद्याार्थियों को लैपटॉप देने का एलान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का क्षेत्र संभावनाओं से भरा है। आज सूचना प्रौद्योगिकी सफलता की कुंजी है, इसमें पीछे नहीं रहें। राज्य के सभी शासकीय स्कूलों को वर्चुअल क्लास की सुविधा से जोड़ा जाएगा। अभी 2000 स्कूल में यह सुविधा शुरू की जा रही है।

उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो तकनीकी का लाभ लेना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेक इन इंडिया के साथ डिजिटल इंडिया की बात कही है। अब हम डिजिटल मध्यप्रदेश के लिए काम करेंगे। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के युवा देश और दुनिया में नाम कर रहे हैं। प्रदेश के 10 हजार प्रतिभावान बच्चों को राज्य सरकार इस वर्ष लैपटाप उपलब्ध कराएगी। प्रतिभावान विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर बच्चे तक सूचना प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा पहुंचाई जाएगी। प्रदेश के दो हजार विद्यालयों में कम्प्यूटर सेंटर शुरू किए जाएंगे। आम जनता तक तकनीकी सुविधा पहुंचाने के लिए हर पंचायत को ब्राड बेंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि रोजगारोन्मुखी शिक्षा देने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षा के उद्देश्य ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना है। आज प्रदेश में इन्फोसिस और टीसीएस जैसी आई.टी. कम्पनी आ रही है, जिनमें प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा। प्रदेश में भोपाल और जबलपुर में इलेक्ट्रॉनिक मेन्युफेक्च रिंग क्लस्टर बनाए जा रहे हैं। इनमें रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से डिंडोरी, अनूपपुर, विदिशा, खुरई, मंडला, ठीकरी और श्योपुर के विद्यार्थियों ने सीधे संवाद किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने डिजिटल इंडिया के लाभ, डिजिटल इंडिया में निजी महाविद्यालयों में हाई टेक लेब स्थापित करने, आई.आई.टी. की कोचिंग तथा बारहवीं के बाद कैरियर परामर्श में वर्चुअल क्लास के उपयोग, ई-लायब्रेरी स्थापित करने, एकीकृत डिजिटल शिक्षा व्यवस्था लागू करने, डिजिटल लॉकर की सुविधा तथा शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में डिजिटल सुविधा के उपयोग के बारे में सुझाव दिए तथा प्रश्न पूछे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वर्चुअल क्लास के माध्यम से कैरियर परामर्श देने तथा कोचिंग देने की कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के सभी जिलों में ई-लायब्रेरी की सुविधा शुरू होगी। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, अपर मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती और मुख्यमंत्री के सचिव हरिरंजन राव भी उपस्थित थे।

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बेंगलुरु इस्कॉन मंदिर में मनाया जा रहा है 25वीं रजत जयंती का ब्रम्ह महोत्सव

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लखनऊ। बेंगलुरु “इस्कॉन मंदिर” में भगवान और समाज की सेवा की “25वीं रजत जयंती” के वर्षों को 21 अप्रैल से 03 मई तक चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का अविस्मरणीय अलौकिक दिव्य-भव्य “ब्रम्ह महोत्सव” पूजा-अर्चना समारोह आयोजित* हुआ है।

इस दरम्यान *प्रभु मधु पंडित व प्रभु चंचल पति , प्रभु लक्ष्मीपति और प्रभु अनंतवीर्य ने अपने-अपने विचारों से अवगत कराया।

सभी भक्तों को बताया कि *प्रभु पाद जी के त्याग और समर्पण भाव से प्रेरणा* लेनी चाहिए। उन्होंने साथ ही यह भी बताया गृहस्थ जीवन में भी सभी को नियमित ब्रम्हमुहूर्त में महामंत्र का जाप करना चाहिए। श्रीकृष्ण जी की गीता वाणी का अध्ययन करके अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। इस्कॉन मंदिर में काफी संख्या में भक्तगण राधा कृष्ण का दर्शन करके प्रसादम् और आशीर्वाद लेते हैं। संध्या काल में राधा-कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा प्रत्येक शनिवार और रविवार को सभी आयु वर्गों के भक्तों की अत्यधिक उपस्थिति रहती है।

*बेंगलुरु में इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण भगवान और समाज की सेवा के 25वीं रजत जयंती के वर्षों को चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का “ब्रम्ह महोत्सव का उत्सव” 21 अप्रैल से 03 मई तक मनाया* जा रहा है। इसमें भाग लेने के लिए संपूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से भक्तजन आते हैं।

*इस्कॉन का हरे कृष्ण मंदिर*
इस्कॉन मंदिर (*International Society for Krishna Consciousness) बेंगलुरु की खूबसूरत इमारतों में से एक है*। इस इमारत में कई अत्याधुनिक सुविधाओं में *मल्टी-विजन सिनेमा थियेटर, कम्प्यूटर सहायता प्रस्तुतिकरण थियेटर एवं वैदिक पुस्तकालय और उपदेशात्मक पुस्तकालय* है। इस *मंदिर के अनुयाई सदस्यों व गैर-सदस्यों* के लिए यहां रहने की भी काफी उत्तम सुविधा उपलब्ध है। मालूम हो कि अपनी विशाल सरंचना के कारण *इस्कॉन मंदिर बेंगलुरु में बहुत प्रसिद्ध* है और इसीलिए *बेंगलुरु का सबसे मुख्य पर्यटन स्थान* भी है। इस मंदिर में आधुनिक और *वास्तुकला का दक्षिण भरतीय मिश्रण परंपरागत रूप से पाया जाता* है। मंदिर में अन्य संरचनाएं *बहु दृष्टि सिनेमा थिएटर और वैदिक पुस्तकालय*। मंदिर में भक्तों के लिए रहने कि सुविधाएं भी उपलब्ध है।

*इस्कॉन मंदिर के बैंगलुरु में छ: मंदिर हैं*

*राधा-कृष्ण मंदिर (मुख्य मंदिर)*
*कृष्ण-बलराम मंदिर,*
*निताई गौरंगा मंदिर (चैतन्य महाप्रभु और नित्यानन्दा),*
*श्रीनिवास गोविंदा (वेंकटेश्वरा)*
*प्रहलाद-नरसिंह मंदिर एवं श्रीला प्रभुपादा मंदिर*
*बैकुंठ हिल में तिरुपति बालाजी मंदिर और योग व भोग नरसिम्हा मंदिर*
उत्तर बेंगलुरु के राजाजीनगर में स्थित *राधा-कृष्ण का मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है*। इस *मंदिर का शंकर दयाल शर्मा ने सन् 1997 में उद्घाटन* किया था।

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