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मथुरा में अब पानी के लिए एटीएम!

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सोंख (उत्तर प्रदेश)| उत्तर प्रदेश के मथुरा में यदि सब कुछ योजना के अनुरूप रहा तो जल्द ही शहर में पेयजल की समस्या बीती बात हो जाएगी। अगले एक पखवाड़े में यहां पेयजल की आपूर्ति करने वाली एटीएम जैसी मशीन स्थापित हो सकती है। मथुरा का सोंख गांव यहां स्थित एक सोने की एक खान से मिली लगभग तीन सदी पुरानी बहुमूल्य कलाकृतियों के कारण पुरातात्विक महत्व वाला है।

सोंख हालांकि पिछले कुछ समय से जल संकट के लिए भी जाना जाता रहा है।

जिले के अधिकारियों के अनुसार, जल प्रसंस्कृत करने की तकनीक आरओ से युक्त यह एटीएम मशीन उत्तर प्रदेश में अपनी तरह की पहली मशीन होगी। इस तरह की एक मशीन से 2,500 परिवारों के लिए पेयजल की आपूर्ति हो सकेगी।

पेयजल एटीएम मशीन से जल प्राप्त करने के लिए इच्छुक परिवारों को एक प्री-पेड कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। पेयजल की कीमत भी काफी कम रखी गई है तथा एटीएम मशीन से पानी लेने वाले को प्रति लीटर 10 से 20 पैसे भुगतान करना होगा, जबकि स्कूली छात्रों को पानी मुफ्त में दिया जाएगा।

एक अधिकारी ने बताया कि 20,000 लीटर वाले इस संयंत्र को स्थापित करने में करीब 18.56 लाख रुपये की लागत आएगी। सोंख को इस समय पाइप के जरिए 10 किलोमीटर दूर से पेयजल की आपूर्ति की जाती है।

कस्बे के कार्यकारी अधिकारी राम आसरे कमल ने बताया कि इस परियोजना पर 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसी पखवारे में पेयजल आपूर्ति करने वाले इस एटीएम मशीन के शुरू हो जाने की उम्मीद है।

कमल ने बताया कि एटीएम से उपलब्ध होने वाला जल पूरी तरह सुरक्षित, ठंडा और पेय योग्य होगा।

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गोयल इंस्टीट्यूट के छात्रों ने स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट कला विधि से बनाया पीएम मोदी का पोर्ट्रेट

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लखनऊ। गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हाईयर स्टडीज महाविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग के छात्रों ने 30 फीट के आकार में स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट की कला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट्रेट बनाया।

यह दृश्य कला की नई विधा में धागे से बना पोर्ट्रेट अपने आप में खास है। इसे बनाने में कुल 30 घंटे का समय लगा। जिसमें धागे का वजन लगभग 15 किलो तथा उस धागे की कुल लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। छात्रों ने बताया कि चित्र के आकार में इस प्रकार की कला में यह अब तक का सबसे बड़ा आर्टवर्क है जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ द रिकॉर्ड तथा गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रस्तावित है।

आठ छात्रों की टीम (ब्रेकअप टीम) का नेतृत्व बाराबंकी स्थित अमोली कला, रामनगर निवासी देवाशीष मिश्रा द्वारा किया गया। टीम के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में अभिषेक महाराणा, आदर्श शांडिल्य, लारैब कमाल खान, अभय यादव, सानिध्य गुप्ता, आरुषि अग्रवाल व कृतिका जैन का नाम शामिल है। इसका संचालन डॉक्टर संतोष पांडेय, प्राचार्य गोयल इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज महाविद्यालय ने किया। निरीक्षण श्रीमती शिखा पांडेय वह राकेश प्रभाकर द्वारा किया गया। इसमें ललित कला विभाग के प्राध्यापकों व समस्त छात्रों के सहयोग रहा।

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