Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मक्का पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले से हौती विद्रोहियों का इनकार

Published

on

Loading

मक्का पर बैलिस्टिक मिसाइलसना,  यमन के हौती विद्रोहियों ने पवित्र धार्मिक शहर मक्का पर बैलिस्टिक मिसाइल के हमले के सऊदी अरब के आरोपों से इनकार किया है। हौती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि उसने बैलिस्टिक मिसाइल से मक्का शहर को निशाना नहीं बनाया, बल्कि जेद्दा में रेड सी शहर के सऊदी हवाईअड्डे को निशाना बनाया था।

हौती नियंत्रित सबा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिगेडियर जनरल शराफ लुकमान ने कहा कि गुरुवार को किया गया बैलिस्टिक मिसाइल हमला 100 प्रतिशत अपने सही निशाने पर लगा था। इसका लक्ष्य मक्का के पश्चिम में किंग अब्देल अजीज हवाईअड्डा था।

लुकमान ने कहा कि लड़ाके नागरिक इलाकों को लेकर सतर्क थे, विशेषकर इस्लामिक धार्मिक क्षेत्रों को लेकर।

सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी एसपीए की गुरुवार की रिपोर्ट के अनुसार, हौती विद्रोहियों के बैलिस्टिक मिसाइल को मक्का से 65 किलोमीटर दूर मार गिराया गया। विद्रोहियों ने इसे यमन के उत्तरी प्रांत सादा से लांच किया था।

एसपीए की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में किसी के भी हताहत होने या किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। सऊदी लड़ाकू विमानों ने सादा में मिसाइल लांच पैड पर हमला कर इसे पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।

उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब सैन्य गठबंधन पिछले साल मार्च से ही यमन में शिया हौती विद्रोहियों के खिलाफ संघर्ष छेड़े हुए है। इसका उद्देश्य निर्वासित राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को बहाल करना और हौती विद्रोहियों को यमन की राजधानी सना तथा उत्तरी प्रांतों से खदेड़ भगाना है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending