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नेशनल

भारत में जाति, धर्म, संप्रदाय आधारित भेदभाव नहीं : राजनाथ

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नई दिल्ली | अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा भारत में धार्मिक भेदभाव संबंधी टिप्पणी पर सफाई देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत में जाति, धर्म व संप्रदाय के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। राजनाथ, ओबामा की गुरुवार की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में पिछले कुछ सालों में धार्मिक असहिष्णुता बढ़ी है और अगर आज महात्मा गांधी जिंदा होते तो उन्हें धक्का पहुंचता।

गृह मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां सभी धर्म व संप्रदाय के लोग हैं। और जाति तथा संप्रदाय के आधार पर हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते। उल्लेखनीय है कि अपने तीन दिवसीय भारत दौरे के अंतिम दिन 27 जनवरी को ओबामा ने धार्मिक सहिष्णुता के प्रति आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि भारत तबतक तरक्की करता रहेगा, जबतक यह धार्मिक आधार पर नहीं बंटता। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में मोदी सरकार की खासी किरकिरी हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने गुरुवार को नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट में एक बार फिर इस मुद्दे पर अपनी बात रखी, जिसके बाद मोदी सरकार को अपनी सफाई पेश करनी पड़ी है।

नेशनल

अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल, हाल ही में दिया था कांग्रेस से इस्तीफा

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को एक एक बाद एक झटके लग रह हैं। अब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए हैं। लवली के अलावा कांग्रेस के पूर्व विधायक राज कुमार चौहान, नसीब सिंह, नीरज बसोया और पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए। सभी कांग्रेसी नेताओं ने दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

अरविंदर सिंह लवली ने हाल में ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. लवली कांग्रेस द्वारा आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने के खिलाफ थे। वह पहले भी बीजेपी में रह चुके हैं। इससे पहले 2017 में दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले लवली बीजेपी में शामिल हुए थे लेकिन कुछ महीने में ही कांग्रेस में वापसी कर ली थी।

गौरतलब है कि दिल्ली में लोकसभा का चुनाव कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के तहत लड़ रही है. कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि आम आदमी पार्टी चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है. ऐसे अरविंदर सिंह लवली समेत पूर्व विधायक राजकुमार चौहान, नसीब सिंह, नीरज बसोया और पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक के बीजेपी में चले जाने से कांग्रेस के लिए आगे की राह मुश्किलों भरी हो सकती है.

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