Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

भारत, दक्षिण कोरिया ने की आर्थिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा

Published

on

भारत

Loading

भारतवियनतियाने| भारत और दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को यहां व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते में हुई प्रगति की समीक्षा की। यह समीक्षा यहां 14वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन तथा 11वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे की मुलाकात के दौरान की गई।

इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “दोनों नेताओं ने भारत-दक्षिण कोरिया व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) को बेहतर बनाने के लिए आपसी वार्ता प्रक्रिया की समीक्षा की। बैठक के दौरान दक्षिण कोरिया द्वारा घोषित भारत में बुनियादी ढांचा विकास पर 10 अरब डॉलर के वित्तीय पैकेज पर भी चर्चा हुई।”

स्वरूप ने कहा, “दोनों देशों के एक्जिम बैंक पैकेज के इस्तेमाल के तरीकों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।” इस मुलाकात के दौरान जहां मोदी ने पिछले साल मई के अपने दक्षिण कोरिया दौरे को यादगार बताया, वहीं राष्ट्रपति पार्क ने कहा कि भारत प्रधानमंत्री के सक्रिय नेतृत्व की वजह से ही प्रगति कर रहा है।

स्वरूप ने कहा, “पार्क ने भारत की आर्थिक विकास रणनीति के लिए मोदी की सराहना की, जिसकी वजह से वैश्विक मंदी के बावजूद देश में विकास दर सात प्रतिशत से अधिक रही।” उन्होंने कहा, “दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा भी की, जिसे प्रधानमंत्री मोदी के दक्षिण कोरिया दौरे के दौरान उन्नत कर विशेष रणनीतिक साझेदारी स्तर का किया जा चुका है।”

दोनों नेताओं ने लोकतंत्र व मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था पर प्रतिबद्धता जताई। स्वरूप ने कहा, “राष्ट्रपति पार्क ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए कोरिया प्लस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे कोरियाई कंपनियों का भारत में निवेश बढ़ेगा।” दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ और समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्र में विकास को लेकर भी सहयोग जताया।

स्वरूप के अनुसार, मोदी ने पार्क को भारत दौरे का आमंत्रण दिया। इससे पहले मोदी ने लाओस के अपने समकक्ष थोंगलाउन सिसोउलिथ से मुलाकात की। उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, म्यांमार की स्टेट काउंसलर व विदेश मंत्री आंग सान सू की से भी मुलाकात हुई।

भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में गुरुवार को 10 दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों- इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, वियतनाम और थाईलैंड के नेताओं ने हिस्सा लिया। वहीं, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में 10 आसियान देशों के नेताओं के अतिरिक्त भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस के नेता हिस्सा ले रहे हैं।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

Published

on

Loading

एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

Continue Reading

Trending