Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

भारत और तुर्की में तीन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

Published

on

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन, तुर्की, तीन समझौतों, गोपाल बागले

Loading

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन के बीच यहां प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद सोमवार को भारत और तुर्की ने तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।

भारत और तुर्की ने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी), प्रशिक्षण व संस्कृति के क्षेत्र में तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। साल 2017-2020 के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया। भारत के फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट (एफएसआई) और तुर्की के डिप्लोमेसी अकादमी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। आईसीटी के क्षेत्र में सहयोग को लेकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।

इससे पहले, सोमवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में एर्दोगन की अगवानी की और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनका औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद, एर्दोगन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तुर्की के राष्ट्रपति से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। बाद में मोदी और एर्दोगन ने सीआईआई, फिक्की तथा एसोचैम की ओर से आयोजित एक व्यापार सम्मेलन को संबोधित किया, जहां दोनों नेताओं ने भारत-तुर्की के व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने का आह्वान किया।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सोमवार शाम एर्दोगन के सम्मान में रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। भारत के दो दिवसीय दौरे पर एर्दोगन रविवार को यहां पहुंचे। वह इससे पहले भारत 2008 में आए थे, तब वह तुर्की के प्रधानमंत्री थे।

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending