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नेशनल

भारत-ईरान-रूस गलियारे को लेकर सरगर्मी बढ़ी

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नई दिल्ली,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,मध्य एशिया,अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा

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नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जुलाई में होने वाली मध्य एशिया के पांच देशों की यात्रा से पहले एक बार फिर से अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (आईएनएसटीसी) समझौता केंद्र में आ गया है, जिस पर भारत, रूस और ईरान ने एक दशक से भी पहले हस्ताक्षर किए हैं। ईरान से होकर यूरेसिया क्षेत्र तक बेहतर संपर्क स्थापित करने के लिए इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। आईएनएसटीसी सदस्यों ने इस महीने के शुरू में कैस्पियन सागर होते हुए भारत, ईरान और रूस के बीच प्रायोगिक परिवहन की स्थिति रपट पर समीक्षा बैठक की थी और जुलाई में एक और बैठक होनी है।

मुंबई के नावा शेवा से ईरान के बंदर अब्बास से होते हुए रूस के अस्त्रखान और अजबेजान के बाकू तक के इस गलियारे से भारत से मध्य एशियाई क्षेत्रों और रूस तक माल ढुलाई में लगने वाला समय काफी कम हो सकता है। सड़क परिवहन और जहाज रानी मंत्री नितिन गडकरी ने गत महीने चाबहार बंदरगाह के विस्तार से संबंधित सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए तेहरान की यात्रा की थी। प्रधानमंत्री मोदी जुलाई में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रूस के ऊफा शहर जाने वाले हैं। वहां वह रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे।

उसके बाद मोदी तुर्कमेनिस्तान, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, किर्गिस्तान और कजाकिस्तान की भी यात्रा करेंगे। प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद इस क्षेत्र की यात्रा करने वाले मोदी दूसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। इस बीच वाणिज्य मंत्रालय द्वारा गत सप्ताह के शुरू में जारी एक बयान के मुताबिक भारत और तीन सदस्यों (रूस, कजाकिस्तान और बेलारूस) वाले यूरेशियन आर्थिक संघ ने मुक्त व्यापार समझौते की संभावना खंगालने के लिए एक संयुक्त समूह गठित किए हैं। यह समूह अपनी रिपोर्ट एक साल के भीतर पेश करेगा।

नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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