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बिजनेस

ब्याज दरों में बुधवार को हो सकती है कटौती  

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ब्याज दरों में बुधवार को हो सकती है कटौती  

मुंबई | भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बुधवार को अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगी, जिसमें ब्याज दरों में कटौती की संभावना है क्योंकि 8 नवंबर को की गई नोटबंदी के कारण बैंकों के पास काफी नकदी जमा हो गई है।

नोटबंदी के बाद यह आरबीआई की पहली मौद्रिक समीक्षा है, जोकि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की सिफारिशों के आधार पर की गई है, जिसका गठन इस साल के शुरू में किया गया था।

एमपीसी की सिफारिशों के आधार पर अक्टूबर में आरबीआई ने ब्याज दरों में 25 आधार अंकों (बीपीएस) की कटौती की थी, जोकि फिलहाल 6.25 फीसदी है।

एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केकी मिी का यह मानना है। बीटीवीआई को दिए साक्षात्कार में मिी ने कहा, “मेरा अनुमान है कि ब्याज दरों में कटौती होगी। मैं कहना चाहूंगा कि 25 आधार अंकों की कटौती की तो गारंटी है। हालांकि हाल में घटी महंगाई को देखते हुए संभव है कि आरबीआई 50 आधार अंकों की कटौती करे।”

उन्होंने कहा, “उम्मीद है कि अमेरिकी फेड दिसंबर में ब्याज दरें बढ़ाएगा। अमेरिका ब्याज दरें बढ़ा रहा है और हम ब्याज दरें घटा रहे हैं और दोनों देशों के बीच का अंतर कम हो रहा है।”

उन्होंने कहा, “सिर्फ एक ही मुद्दा है कि आरबीआई को रुपये की कीमत स्थिर रखनी होगी। अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि से रुपये पर दबाव बढ़ेगा।”

नोटबंदी के बाद कितने रुपये बैंक में जमा हुए? इस सवाल पर उन्होंने कहा, “शुरू के दो-तीन हफ्तों में तेजी से पैसे जमा हुए हैं। अंतिम आंकड़ों के लिए हमें 31 दिसंबर तक इंतजार करना चाहिए।”

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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