Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

बोको हरम के हमलों की संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा

Published

on

संयुक्त-राष्ट्र,नाइजीरियाई,बोको-हरम,कैमरून,नाइजर,गतिविधियां,स्थानीय,साजिशकर्ताओं,आतंकवादी

Loading

संयुक्त राष्ट्र | संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने नाइजीरियाई आंतकवादी संगठन बोको हरम के लगातार बढ़ रहे हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। समाचार एजेंसी ‘सिन्हुआ’ के मुताबिक, सुरक्षा परिषद ने एक बयान जारी कर कहा है कि हाल ही में चाड, कैमरून और नाइजर में किए गए हमले ‘जघन्य’ थे।

बयान में कहा गया है कि बोको हरम की ये गतिविधियां अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर चुनौतियों में से हैं। नाइजीरिया के आतंकवादी संगठन बोको हरम ने शुक्रवार को चाड के गांव में हमला किया। इस हमले में एक स्थानीय नेता, एक सैनिक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। चाड में बोको हरम का यह पहला हमला था।

पिछले सप्ताह से नाइजीरियाई शहर डिफा में भारी हमले हो रहे हैं। सुरक्षा परिषद ने आतंकवादी हमलों को अंजाम देने वालों, साजिशकर्ताओं, धन मुहैया कराने वालों और आतंकवादी समर्थकों के कृत्यों को कानून के कटघरे में खड़ा करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending