Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

दिल्ली से जैश के दो आतंकी गिरफ्तार, त्योहार पर राजधानी में बम धमाकों की रच रहे थे साजिश

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली को दहलाने की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकी त्योहार के समय किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे।

गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियों और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम दोनों आतंकियों से पूछताछ कर रही है। दोनों की पहचान जम्मू-कश्मीर बारामुला के अब्दुल लतीफ मीर और कुपवाड़ा के मोहम्मद अशरफ के रूप में हुई है। उनके पास से पिस्तौल और कारतूस जब्त किए गए हैं।

दिल्ली पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उनके पास दोनों संदिग्ध आतंकियों के आने की सूचना थी। इसके आधार दिल्ली पुलिस स्पेशल ने सराय कालेखां के नजदीक बने मिलेनियम पार्क के पास अपना जाल बिछाया। इसके बाद सोमवार रात 10:15 बजे जैसे ही दोनों संदिग्ध आतंकी आए तो दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

Continue Reading

Trending