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बिहार में वामदलों की वजह से भाजपा 10 सीटें जीती : चांडी

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तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने गुरुवार को कहा कि बिहार में 220 सीटों पर चुनाव लड़कर वाम मोर्चा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 10 सीटें जीतने में मदद की, क्योंकि चुनाव मैदान में अगर वाम मोर्चा नहीं होता, तो ये सीटें भाजपा हार जाती। बिहार विधानसभा चुनाव में वाम पार्टियों के अकेले मैदान में उतरने को लेकर उन पर निशाना साधते हुए चांडी ने कहा कि वाम मोर्चा जल्द ही अपनी एक और ऐतिहासिक गलती की स्वीकारोक्ति करेगा।

उनका इशारा मार्क्सिवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता ज्योति बसु की ओर था, जिन्होंने अपनी पार्टी द्वारा साल 1996 में उन्हें संयुक्त मोर्चे की सरकार में प्रधानमंत्री न बनाने के फैसले को ऐतिहासिक भूल करार दिया था। चांडी ने यहां एक बयान में कहा, “बिहार विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने के उनके फैसले ने भाजपा की मदद की और अब उन्हें अपनी भूल का अहसास हो रहा है।”

उन्होंने कहा, “अब चूंकि माकपा सांप्रदायिक शक्तियों को आगे बढ़ने से रोकने में नाकामयाब रही है, तो अब वह कहेगी कि यह उनकी दूसरी ऐतिहासिक भूल है।”पटना में शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले लोगों की सूची में चांडी भी शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि वाम मोर्चा के छह दलों ने एक गठबंधन के तहत 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा चुनाव में अपने 221 उम्मीदवारों को उतारा था। भाजपा को केवल 53 सीटें मिली, जबकि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने 178 सीटों पर जीत दर्ज की। चांडी ने कहा, “उनकी (वाम मोर्चा) रणनीति से भाजपा को 10 सीटें अधिक मिलीं। इन सीटों पर भाजपा विरोधी मत थे, जिनका बंटवारा हुआ।”

उन्होंने कहा, “कई सीटों पर भाजपा की जीत का अंतर बेहद मामूली था, जो वाम मार्चा के उम्मीदवारों को मिले मतों से कम था।” उन्होंने कहा, “माकपा ने हमेशा भाजपा की मदद की है। चाहे साल 1977 हो या 1989, हर बार वे फासीवाद विरोधियों से लड़ने में नाकामयाब रहे।”

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

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नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

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