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बिहार में भूकंप से 15 की मौत

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Biharl Earthquake

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पटना। बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में शनिवार को दो बार भूंकप से करीब 15 लोगों की मौत हो गई। आपदा प्रबंधन विभाग ने इन मौतों की पुष्टि की है। भूकम्प से पूर्वी-चंपारण में चार, पश्चिमी चंपारण में तीन, शिवहर में 1, सारण में एक, सीतामढ़ी में चार और दरभंगा में दो लोगों की मौत हो चुकी है। भूकंप के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में कई मकानों के गिरने की सूचना है।

राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी ने बताया कि राजधानी पटना के अलावा गया, सीतामढ़ी, नालंदा, बक्सर, पूर्णिया, बेगूसराय, गोपालगंज, दरभंगा सहित कई जिलों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, दरभंगा के गौरागौरा और सोनकी क्षेत्र में मकान गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई है जबकि चार लोग घायल हो गए हैं। सोनपुर के सैदपुर में कच्चा मकान गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा शिवहर में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी में भी कई मकानों के गिरने की सूचना है। सीतामढ़ी में चार लोगों की मौत हो गई। जबकि पूर्वी-चंपारण में चार व पश्चिमी चंपारण में तीन लोगों की मौत हो गई।

इधर, गोपालगंज में करीब छह मकानों में दरार आने की सूचना है जबकि पूर्णिया में भी कुछ घरों में दरार आई है। भूकंप के कारण एहतियातन कई स्थानों पर कुछ घंटे के लिए बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी। सुपौल में जेल की दीवार गिर गई है जबकि पटना के एक मॉल की दीवारों में दरार पड़ गई है। इधर, मंगलवार को आए चक्रवाती तूफान प्रभावित पूर्णिया, मधेपुरा सहित विभिन्न जिलों में भूकंप के बाद लोग दहशत में हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी टेलीफोन से बिहार में भूकंप के बाद की स्थिति की जानकारी ली। राज्य के मुख्य सचिव और कई जिले के जिलाधिकारियों से उनकी बात हुई है। उन्होंने बताया कि वह जल्द ही बिहार लौटेंगे। नीतीश शुक्रवार शाम दिल्ली पहुंचे हैं।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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