Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

बान ने इबोला रोकथाम को लेकर हुई प्रगति को सराहा

Published

on

baan-ki-moon

Loading

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने इबोला की रोकथाम को लेकर हुई प्रगति की सराहना की है। बान ने साथ ही सतर्कता में चूक के कारण संभावित बाधा को लेकर भी आगाह किया है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से सामने आई है।

उन्होंने जनरल एसेंबली इनफॉर्मल प्लेनरी ऑन इबोला के दौरान मंगलवार को कहा कि हमने महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए बड़ी सफलता अर्जित की है। लाइबेरिया में लगातार 42 दिनों तक इबोला का कोई मामला सामने न आने पर उसे नौ मई को इबोला मुक्त घोषित कर दिया गया। बान ने कहा, “यह उस बीमारी की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हौ, जिससे कभी पूरा विश्व बुरी तरह प्रभावित था। यह राष्ट्रीय नेतृत्व, अग्रसक्रिय देशों तथा समुदायों और लाइबेरिया के लोगों की एकजुटता के साथ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन की शक्ति को साबित करता है।”

उन्होंने कहा कि मैं इस मील के पत्थर तक पहुंचने के लिए लाइबेरिया की प्रशंसा करता हूं, लेकिन हम इसका जश्न अभी नहीं मना सकते। क्षेत्र के किसी भी देश में जहां तक इबोला का प्रश्न है, सभी देश खतरे में हैं। बान ने समुदाय की भागीदारी और सक्रिय निगरानी को आवश्यक बताया, साथ ही उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि सतर्कता में चूक के कारण वायरस का प्रसार बढ़ सकता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा से इबोला की रोकथाम के प्रयास में राजनीतिक प्रभाव बरकरार रखने की अपील की।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending