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बंगाल : दुष्कर्म की शिकार नन को अस्पताल से मिली छुट्टी

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कोलकाता | पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 71 वर्षीय नन को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। राणाघाट के कॉन्वेंट आफ जीसस एंड मेरी की वरिष्ठ सिस्टर के साथ क्रूरतम तरीके से किए गए सामूहिक दुष्कर्म के बाद उन्हें 14 मार्च को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दुष्कर्मियों ने कॉन्वेंट में लूटपाट भी की थी।

राणाघाट उप-मंडलीय अस्पताल के अधीक्षक ए.एन.मंडल ने कहा, “उनमें शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से सुधार हुआ है और उन्हें शुक्रवार सुबह छुट्टी दे दी गई।” उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। इस बीच, पुलिस ने 16 मार्च को राणाघाट में नन से मिलने जा रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को रोकने वाले नाराज लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “मुख्यमंत्री का काफिला रोकने वालों के खिलाफ दंगा, गैर-कानूनी तरीके से एक जगह इकट्ठा होने, गलत तरीके से रोकने, सरकारी कर्मचारियों के कत्र्तव्य निर्वाह में बाधा डालने सहित अन्य अपराध को लेकर कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।” दोषियों को गिरफ्तार करने में पुलिस की नाकामी पर स्कूली बच्चों सहित सैकड़ों लोगों ने ममता के काफिले को रोका था। वे दोषियों की गिरफ्तारी और मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने की मांग कर रहे थे।

ममता ने एक घंटे तक लोगों से घिरे रहने के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी थी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर घटना को राजनीतिक रूप देने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने 18 मार्च को मामले की सीबीआई जांच का प्रस्ताव भेज दिया। हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी ने अभी आधिकारिक रूप से इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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