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प्रादेशिक

पुरस्कार लौटाने वाले मुनव्वर को पीएमओ का न्योता

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लखनऊ| साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने वाले उर्दू के प्रसिद्ध शायर मुनव्वर राणा के जल्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की संभावना है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मुनव्वर से संपर्क किया है। मूलरूप से रायबरेली के रहने वाले मुनव्वर ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा हां प्रधानमंत्री से मुलाकात करने को लेकर मेरे पास फोन आया था।

मुनव्वर की अगले सप्ताह प्रधानमंत्री से मुलाकात होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि मुनव्वर ने एक टेलीविजन शो के दौरान देश में बढ़ रही असहिष्णुता के खिलाफ अपना साहित्य अकादमी पुरस्कार और पुरस्कार राशि लौटा दी थी। मुनव्वर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने पीएमओ से कुछ और नाराज साहित्यकारों को भी आमंत्रण भेजने का अनुरोध किया है। उनके अनुसार, इससे एक अच्छा संदेश जाएगा।

 

प्रादेशिक

गोयल इंस्टीट्यूट के छात्रों ने स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट कला विधि से बनाया पीएम मोदी का पोर्ट्रेट

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लखनऊ। गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हाईयर स्टडीज महाविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग के छात्रों ने 30 फीट के आकार में स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट की कला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट्रेट बनाया।

यह दृश्य कला की नई विधा में धागे से बना पोर्ट्रेट अपने आप में खास है। इसे बनाने में कुल 30 घंटे का समय लगा। जिसमें धागे का वजन लगभग 15 किलो तथा उस धागे की कुल लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। छात्रों ने बताया कि चित्र के आकार में इस प्रकार की कला में यह अब तक का सबसे बड़ा आर्टवर्क है जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ द रिकॉर्ड तथा गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रस्तावित है।

आठ छात्रों की टीम (ब्रेकअप टीम) का नेतृत्व बाराबंकी स्थित अमोली कला, रामनगर निवासी देवाशीष मिश्रा द्वारा किया गया। टीम के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में अभिषेक महाराणा, आदर्श शांडिल्य, लारैब कमाल खान, अभय यादव, सानिध्य गुप्ता, आरुषि अग्रवाल व कृतिका जैन का नाम शामिल है। इसका संचालन डॉक्टर संतोष पांडेय, प्राचार्य गोयल इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज महाविद्यालय ने किया। निरीक्षण श्रीमती शिखा पांडेय वह राकेश प्रभाकर द्वारा किया गया। इसमें ललित कला विभाग के प्राध्यापकों व समस्त छात्रों के सहयोग रहा।

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