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‘पद्मावती’ पर बोलकर बुरे फंसे शशि थरूर, स्मृति ईरानी ने मांगा जवाब

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नई दिल्ली। फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहे विवाद में राजनीति पार्टी के कई नेता भी अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए है। अब खबर है कि कांग्रेस के बड़े नेता शशि थरूर इस मामले में चारों ओर घिरते नजर आ रहे हैं। पहले उनकी पार्टी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनपर जमकर निशाना साधा था। अब इस प्रकरण में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी शशि थरूर पर भिड़ती नजर आ रही है। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेसी नेता थरूर के बयान पर जवाब मांगा है। दरअसल उन्होंने ट्वीट किया- ‘क्या सभी महाराजाओं ने ब्रिटिश के सामने घुटने टेके थे शशि थरूर की इस टिप्पणी पर क्या कहेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्गी राजा और अमरिंदर सिंह?’ बता दें कि कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह और अमरिंदर सिंह शाही परिवार से हैं।

फिल्मकार संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की आलोचना करने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इससे पहले कहा था कि फिल्म पर विवाद राजस्थानी महिलाओं की स्थिति पर ध्यान देने का एक मौका है और शिक्षा ‘घूंघट’ या सिर पर पर्दे से ज्यादा महत्वपूर्ण है। थरूर ने ट्वीट कर कहा था कि, ‘पद्मावती’ विवाद आज राजस्थानी महिलाओं की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने का एक मौका है, न कि छह शताब्दी पुरानी महारानियों पर ध्यान केंद्रित करने का। राजस्थान की महिला साक्षरता दर सबसे कम है। शिक्षा ‘घूंघट’ से ज्यादा जरूरी है।

‘पद्मावती’ 1 दिसंबर को रिलीज हो रही है। फिल्म के विषय के कारण कुछ समूह इसका विरोध कर रहे हैं। खासकर राजपूत मुख्य रूप से दावा कर रहे हैं कि फिल्म इतिहास को बिगाड़ रही है और रानी पद्मावती का गलत चित्रण कर रही है। जबकि भंसाली ने इससे इनकार किया है।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र में केंद्रीय बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) सलाहकार समिति के सदस्य और भाजपा नेता अर्जुन गुप्ता ने कहा है कि भंसाली को ‘देशद्रोह’ के लिए दंडित किया जाना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय ने फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया है।

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भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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