Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

नवाज ने लाहौर में गिरजाघर पर हमले की निंदा की

Published

on

Loading

इस्लामाबाद| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लाहौर के दो गिरजाघरों में हुए बम विस्फोट की निंदा की है, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और 70 अन्य घायल हो गए। शहर के यूहानाबाद इलाके में रविवार को गिरजाघरों कैथोलिक चर्च और क्राइस्ट चर्च में दो शक्तिशाली विस्फोट हुए। पाकिस्तान में सबसे अधिक ईसाई इसी जगह रहते हैं।

पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) से टूट कर बने एक धड़े जमातुल अहरार ने इस घातक हमले की जिम्मेदारी ली है, जहां रविवार को बड़ी संख्या में लोग उमड़े थे।  ‘द डेली टाइम्स’ के अनुसार, नवाज ने कहा, “हमारे ईसाई समुदाय ने मातृभूमि विशेषकर सामाजिक क्षेत्र में अमूल्य सेवाएं दी हैं और हम उन्हें अपने लिए सम्मान और गर्व मानते हैं।”

उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए कहा, “उनके सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए सरकार उनके साथ मिलकर काम करेगी।” दैनिक के अनुसार, लाहौर में विस्फोटों के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें ईसाई समुदाय के 4,000 लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की। टेलीविजन दृश्यों में प्रदर्शनकारी पुलिस के साथ झड़प करते देखे गए।

इधर, कराची में सैकड़ों ईसाई समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे और उसे जाम कर दिया। पेशावर, मुल्तान और क्वेटा शहर में भी प्रदर्शन देखा गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि घटना के बाद लोगों की तरफ से व्यक्त की गई नाराजगी और दुख ने आतंकवाद के खतरे से लड़ने में सरकार के संकल्प को मजबूती प्रदान की है। उन्होंने प्रांतीय सरकारों से सुरक्षा सुदृढ़ करने और लोगों एवं संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने को कहा।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending