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अन्तर्राष्ट्रीय

नववर्ष के आगमन पर तमिलनाडु में उल्लास

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वाशिंगटन| अमेरिकी कांग्रेस के उच्च सदन सीनेट के रिपब्लिकन सदस्य मार्को रुबियो वर्ष 2016 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में किस्मत आजमाएंगे। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा सोमवार शाम की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा से सीनेट के सदस्य 43 वर्षीय रुबियो ने कहा, “मैं राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करता हूं।” उन्होंने ‘अ न्यू अमेरिकन सेंचुरी’ नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की।

राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को ‘बीता कल’ व ‘पुराना खत’ करार देते हुए रुबियो ने उनकी आलोचना की और कहा, “कल बीत चुका है। हम कभी पीछे नहीं जाएंगे।”

हिलेरी ने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा दो दिन पहले 12 अप्रैल को की।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा से पहले रुबियो ने सोमवार को अपने शीर्ष दानदाताओं को एक कान्फ्रेंस कॉल के दौरान बताया था कि वह अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति पद के लिए खुद को ‘विशिष्ट रूप से सक्षम’ मानते हैं।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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