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अन्तर्राष्ट्रीय

हिलेरी को समर्थन देने को अभी तैयार नहीं ओबामा

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वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के दावेदार के रूप में पेश करने के लिए फिलहाल तैयार नहीं हैं, क्योंकि अन्य उम्मीदवारों के सामने आने की संभावना बनी हुई है, जिसमें उनके ‘मित्र’ भी होंगे। हिलेरी के राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने की औपचारिक घोषणा के एक दिन बाद व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने सोमवार को राष्ट्रपति की तरफ से हिलेरी का तत्काल समर्थन करने की अफवाह का खंडन किया।

ओबामा ने 2008 में डेमोक्रेटिक के प्राइमरी में हिलेरी को हराया था। अर्नेस्ट ने नियमित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि ओबामा और हिलेरी दोस्त बन चुके हैं, लेकिन कुछ और लोग भी हैं, जो ओबामा के मित्र हैं, जो चुनावी दौड़ में शामिल होने का फैसला कर सकते हैं। इसलिए राष्ट्रपति ने इस वक्त समर्थन की कोई बात नहीं कही है। हालांकि, अर्नेस्ट ने उन मित्रों के नाम नहीं बताए जो चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इनमें उप राष्ट्रपति जो बाइडेन हो सकते हैं।

अर्नेस्ट ने इस बात पर जोर दिया कि यह तय करना डेमोक्रेटिक मतदाताओं की जिम्मेदारी है कि 2016 के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार कौन होगा और जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और पार्टी जिसे नामित करेगी, तो उन्हंौ राष्ट्रपति का समर्थन प्राप्त होगा। पिछले शनिवार को ही ओबामा ने हिलेरी को ‘मित्र’ कह कर संबोधित किया था और कहा था कि वह एक बेहतरीन राष्ट्रपति साबित होंगी, जिससे राजनीतिक जानकारों ने यह अनुमान लगाया था कि ओबामा डेमोक्रेटिक के उम्मीदवार के रूप में पूर्व विदेश मंत्री को अपना समर्थन जता रहे हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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