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नई ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं भारत के साथ रिश्ते : विक्रमसिंघे

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नई दिल्ली। भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यहां मंगलवार को कहा कि दोनों देशों के बीच के रिश्ते नई ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं। राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विक्रमसिंघे ने कहा कि उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ उनके अगले पांच साल में लाखों नौकरियों के सृजन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि भारत तथा श्रीलंका के मछुआरों द्वारा एक दूसरे के क्षेत्रों का अतिक्रमण करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई है और इसे समयबद्ध तरीके से सुलझा लिया जाएगा। विक्रमसिंघे ने कहा कि एक क्षेत्र के रूप में पर्यटन पर भी चर्चा की गई। श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले साल के मध्य तक वे चर्चा किए गए मुद्दों पर निष्कर्ष निकालने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे संबंध नई ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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