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दार्जिलिंग : फंसे यात्रियों के लिए 26 बसें लगाई गईं

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कोलकाता, 9 जून (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) द्वारा दार्जिलिंग में प्रायोजित 12 घंटे के बंद के बीच पहाड़ी क्षेत्र में फंसे पर्यटकों को राज्य की राजधानी और राज्य के अन्य स्थानों तक ले जाने के लिए 26 बसों का इंतजाम किया है। सरकार के अनुसार, जीजेएम कार्यकर्ताओं द्वारा गुरुवार को अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने से 45,000 पर्यटक पहाड़ी क्षेत्र में फंस गए।

राज्य के पर्यटक मंत्री गौतम देब ने आईएएनएस से कहा, फंसे हुए पर्यटकों को गुरुवार रात से राज्य के कई जगहों और ज्यादातर कोलकाता के लिए 26 छोटी व बड़ी बसें फंसे पर्यटकों के परिवहन में जुटी हैं। इस समय हम बता नहीं सकते कि अभी भी कितने पर्यटक फंसे हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।

इस पर पर्यटकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया रही।

एक पर्यटक ने कहा, हम गुरुवार को हिंसा भड़क जाने से बेहद तनावग्रस्त हो गए। उस दिन तक हमने नहीं सोचा था कि चीजें इतनी बदतर हो सकती हैं। मैं बीते रात अपने परिवार के साथ बस पकड़ पाया और सिलीगुड़ी तड़के 3 बजे पहुंचा।

हालांकि, बहुत से पर्यटकों ने बसों की संख्या कम होने की शिकायत की।

एक अन्य पर्यटक ने कहा, ज्यादा संख्या में बसें चलाई जानी चाहिए।

दार्जिलिंग के पूर्वी हिमालयी क्षेत्र में होने के कारण प्राकृतिक सुंदरता और बौद्ध स्थलों से घिरा है व नेपाल, भूटान व पूर्वोत्तर के करीब है। यहां गर्मियों में जुलाई तक रोजाना 600 पर्यटक हर रोज आते हैं।

उत्तर बंगाल राज्य परिवहन कॉरपोरेशन के बेड़े की 30 बसें पहाड़ी क्षेत्र के कई जगहों से गुजरती है। इसमें तेनजिंग नार्गे बस टर्मिनल (सिलीगुड़ी) की बसों को गुरुवार रात से सेवा में लगाया गया है।

जीजेएम ने उत्तरी बंगाल के पहाड़ी इलाकों में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। इसमें दार्जिलिंग व कालिम्पोंग जिले, मिरिक उपसंभाग शामिल है। जीजेएम ने पुलिस के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस के अंधाधुंध कार्रवाई पर यह विरोध प्रदर्शन किया है।

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नेशनल

रायबरेली में होगी अमेठी से भी बड़ी हार, बीजेपी का राहुल गांधी पर निशाना

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लखनऊ। कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी से उम्‍मीदवार कौन होगा? इसपर सस्‍पेंस खत्‍म कर दिया है। पार्टी ने शुक्रवार को नामांकन के आखि‍री द‍िन नई ल‍िस्‍ट जारी कर इन दोनों सीटों पर प्रत्‍याशि‍यों के नाम का एलान कर द‍िया है। कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली से खुद राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधा है।

उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है, लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी न जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़ें नंबर से जीतेंगे ही साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे’

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी पहले अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए थे, अब वायनाड छोड़कर रायबरेली आ गए हैं, रायबरेली के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है, वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए। उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं… रायबरेली की जनता भी उनका(राहुल गांधी) इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।’

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