Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

दक्षिणपूर्व एशिया में धूमधाम से मनाया गया रमजान का समापन

Published

on

Loading

जकार्ता, 25 जून (आईएएनएस)| दक्षिणपूर्व एशिया में लाखों मुसलमानों ने रविवार को रमजान के समापन का जश्न मनाया। इस्लाम धर्म में रमजान पवित्र महीना माना जाता है, जिसमें इस धर्म के अनुयायी रोजाना व्रत रखते हैं। समाचार एजेंसी एफे न्यूज के अनुसार, इंडोनेशिया, मलेशिया और ब्रूनेई में प्रमुख नेता इस पवित्र पर्व को मनाने के लिए अपने-अपने देशों में सुबह के समय आयोजित समारोहों में शामिल हुए।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने अपनी पत्नी इरियाना के साथ इस्तिकलाल मस्जिद में ईद-उल-फितर प्रार्थना में हिस्सा लिया। दक्षिणपूर्व एशिया की यह सबसे बड़ी मस्जिद है।

इसके बाद विडोडो राष्ट्रपति निवास पहुंचे, जहां लोगों से मिलने के सुबह 9 बजे से 11 बजे तक के लिए राष्ट्रपति निवास के द्वार खोले गए थे। ईद के मौके पर राष्ट्रपति का अपने आवास पर लोगों से मिलने का प्रचलन है।

इंडोनेशिया की 26 करोड़ में से 87 प्रतिशत जनसंख्या इस्लाम धर्म को मानती है। इस धर्म को मानने वाली यह विश्व की सबसे बड़ी आबादी है।

मलेशिया में सुल्तान मुहम्मद पंचम ने संघीय क्षेत्र मस्जिद में 17,000 लोगों की भीड़ से मुखातिब होने के बाद प्रार्थना की। मलेशिया में 3 करोड़ निवासियों में 60 प्रतिशत मुस्लिम धर्म को मानने वाले हैं।

प्रधानमंत्री नजीब रजाक और अन्य राजनैतिक और धर्म प्रमुखों को एक मस्जिद में देखा गया। यह मस्जिद वर्ष 2000 में बनी थी।

ब्रूनेई में वहां के प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास और अन्य प्रतीकात्मक इमारतों को लोगों के लिए कुछ घंटों के लिए खोला गया।

बहुसंख्यक कैथोलिक आबादी वाले फिलीपींस, जहां 10 करोड़ में से 11 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, सेना ने मरावी शहर में आठ घंटे का संघर्ष विराम घोषित किया। फिलहाल, इस शहर पर इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े आतंकियों का कब्जा है।

रमजान इस्लामिक लुनर कैलेंडर का नौवां महीना है। पूरे महीने लोग रोजा (व्रत) रखते हैं और अनुशासन में रहने का प्रयास करते हैं। इस्लाम धर्म में विश्वास रखने वाले लोगों के लिए इस दौरान रोज के नियम के मुताबिक सभी क्रिया-कलाप करना पड़ता है। इस दौरान सूर्यास्त तक धूम्रपान और यौन संबंध बनाना वर्जित है।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending