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लाइफ स्टाइल

..तो देर तक टिका रहेगा फाउंडेशन

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नई दिल्ली| मेकअप में फाउंडेशन का इस्तेमाल आपको अच्छा या बुरा दोनों दिखा सकता है। यह आपके प्रयोग के तरीके पर निर्भर करता है। एक विशेषज्ञ का कहना है कि फाउंडेशन लगाने से पूर्व प्राइमर का प्रयोग करें और फाउंडेशन को हल्के पाउडर की मदद से सेट करें। मेकअप विशेषज्ञ कनिका गौरव टंडन ने फाउंडेशन लगाने के कुछ सुझाव दिए हैं। आइए इन पर एक नजर डालें

-फाउंडेशन लगाने से से चेहरा और हाथ अच्छी तरह धुलें। तैलीय त्वचा वाले चाय पत्ती के तेल, नीम के गुणों और सैलीसिलिक एसिड वाले फेसवॉश का इस्तेमाल करें, ताकि त्वचा शुष्क हुए बिना अच्छी तरह साफ हो जाए।

-उंगलियों की मदद से फाउंडेशन न लगाएं। फाउंडेशन ब्रश अपनाएं। यह आपकी त्वचा को कीटाणु मुक्त रखने में मददगार है।

-फाउंडेशन लगाने से पूर्व प्राइमर का प्रयोग करें। ऐसा करने से फाउंडेशन देर तक टिका रहेगा। प्राइमर चेहरे को केमिकल के संपर्क में आने से बचाता है और इससे आपका चेहरा स्वस्थ दिखता है।

-फाउंडेशन लगाने से पूर्व मॉश्चराइजर, सनस्क्रीन या प्राइमर लगाएं और इसे दो मिनट के लिए सेट होने के लिए छोड़ दें। अगर आपको लगता है कि ऐसा करने से आपकी त्वचा तैलीय लग रही है, तो मुलायम टिश्यू से चेहरा पोछ लें।

-उसके बाद गाल, माथे, ठुड्डी और नाक के ऊपर फाउंडेशन की डॉट लगाएं। पूरे चेहरे पर फाउंडेशन न लगाएं। याद रहे फाउंडेशन लगाने का उद्देश्य चेहरे को ढंकना नहीं, बल्कि चेहरे के कम उजले हिस्से को निखारना है।

-अब चेहरे पर लगाई गई फाउंडेशन की डॉट को ब्रश की मदद से अच्छे से फैला लें।

-फाउंडेशन को हल्के पाउडर से सेट करें। ऐसा करने से आपका लुक नेचुरल लगेगा। पूरे चेहरे पर पाउडर लगाने की जरूरत नहीं है।

योग एवं आयुर्वेद

ये वर्कआउट्स डिप्रेशन से लड़ने में हैं मददगार, मूड को रखते हैं हैप्पी  

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नई दिल्ली। भागमभाग वाली जीवनशैली, काम का बोझ, खानपान व अन्य तनावों के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं, जिसके चलते कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। डिप्रेशन से लड़ने में कई वर्कआउट्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं, डिप्रेशन में किस तरह के वर्कआउट्स फायदेमंद हैं-

  1. रनिंग

रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है, तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है। रनिंग से मसल्स बनने के साथ ही हार्ट व ब्रेन भी हेल्दी रहता है।

  1. वेट लिफ्टिंग

वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।

  1. योगा

बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा।

  1. धूप का सेवन

धूप का सेवन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।

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डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सूचना मात्र हैं। अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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