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अन्तर्राष्ट्रीय

तुर्की में बम विस्फोट, 27 की मौत

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अंकारा। तुर्की के संलीउर्फा प्रांत में सोमवार को इराक की सीमा के पास बम विस्फोट में 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों अन्य घायल हो गए। मीडिया रपट से यह जानकारी प्राप्त हुई। सुरूक जिले में सुबह के समय हुए विस्फोट के बाद समाचार पत्र हुर्रियत डेली ने तुर्की के आंतरिक मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा, “हमें चिंता है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।”

जिले में भारी संख्या में शरणार्थी रहते हैं, जो कि कोबेन में इस्लामिक स्टेट (आईएस) और कुर्दिश लड़ाकों के बीच पिछले साल सितंबर में हुई लड़ाई के बाद भागकर यहां आ बसे थे। मंत्रालय ने कहा कि उसे अंदेशा है कि विस्फोट को एक 18 वर्ष की महिला आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया है और वह आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट की सदस्य है। मीडिया रपटों के मुताबिक, सीरिया के शहर कोबेन के पुनर्निर्माण कार्यो में मदद के लिए फेडरेशन ऑफ सोशलिस्ट यूथ एसोसिएशन के कम से कम 300 सदस्य अमारा सांस्कृतिक केंद्र में रहते थे। इस केंद्र का संचालन सुरूक नगर निगम के द्वारा किया जाता है। सुरूक नगर निगम पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) का अधिकार है। इस केंद्र में अक्सर पत्रकार और स्वयंसेवक जाते रहते हैं और वे कोबेन से आए शरणार्थियों के साथ काम करते हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) की अधिकारी लेला गुवेन का कहना है, “यह बहुत बड़ा नरसंहार है। इसमें आत्मघाती हमलावर की संभावना अधिक है।”

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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