Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

ताशकंद में शास्त्री के साथ थे सुभाष चंद्र बोस!

Published

on

Loading

कोलकाता। महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़ा चौंकानेवाला तथ्य सामने आया है। खुलासा हुआ है कि पहली बार मृत घोषित किए जाने के लगभग 2 दशक बाद भी सुभाषचंद्र बोस जीवित थे। इसका दावा ब्रिटिश विशेषज्ञों द्वारा जारी एक तस्वीर के माध्यम से किया गया है। और तो और यह तस्वीर वर्ष 1966 में ऐतिहासिक ताशकंद समझौते के वक्त की है। इस तस्वीर में पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के साथ ताशकंद गए भारतीय दल में शामिल एक व्यक्ति का चेहरा नेताजी सुभाष चंद्र बोस से बिल्कुल मिलता-जुलता नजर आ रहा है।

नेताजी के विषय से जुड़े शोधकर्ताओं ने ब्रिटिश विशेषज्ञों द्वारा चेहरा पहचानने और इसका अनुमान लगाने वाली फॉरेंसिक तकनीक ‘फेस मैपिंग’ का इस्तेमाल कर खोजी एक तस्वीर को सबूत के तौर पर पेश किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि शास्त्री जी के साथ दिखने वाले यह व्यक्ति नेताजी सुभाषचंद्र बोस हो सकते हैं। इस मामले में ब्रिटेन के उच्च न्यायालयों और अंतराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस में राय देनेवाले नील मिलर का कहना है कि ताशकंद में शास्त्रीजी के साथ दिखनेवाले रहस्यमय व्यक्ति के फेस मैपिग से पुख्ता होता है कि वह व्यक्ति नेताजी ही हैं।

शोधकर्ताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर नेताजी से जुड़े सच का खुलासा करने के लिए दबाव डालें। मालूम हो कि पीएम मोदी इसी महीने रूस के दौरे पर जा रहे हैं।

ब्रिटिश एक्सपर्ट के दावे में मुताबिक अगर यह फोटो नेताजी की है तो इससे दो बातें साबित होती हैं कि नेताजी की मौत 1945 में हुए प्लेन हादसे में नहीं हुई थी। साथ ही यह भी गलत साबित हो जाएगा कि रूसी नेता स्टालिन ने 1950 की शुरुआत में उनका मर्डर कराया था।
वहीं शास्त्री जी का परिवार भी दावा करता रहा है कि ताशकंद दौरे के दौरान शायद उनकी बात नेताजी से हुई हो। शास्त्री की इसी दौरे के बीच में 11 जनवरी 1966 को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

ध्यान रहे कि शास्त्री जी की इसी दौरे के बीच में 11 जनवरी 1966 को रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी। बताया जाता है कि शास्त्री जी की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई। इस संदर्भ में उस समय 9 साल के रहे शास्त्री जी के पोते संजय नाथ सिंह ने याद करते हुए बताया था कि मृत घोषित किए जाने से महज एक घंटे पहले ही शास्त्री जी ने किसी के साथ फोन पर बात की थी। शास्त्री जी ने कहा था कि वह भारत लौटकर एक ऐसी चीज का खुलासा करेंगे जिससे विपक्षी दल बाकी सब कुछ भूल जाएंगे।

नेशनल

FIR दर्ज होने के बाद फरार हुआ केजरीवाल का पीए विभव कुमार, पुलिस लगा रही लोकेशन का पता

Published

on

Loading

नई दिल्ली। स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस की टीम एक्शन में आ गई है। अधिकारियों ने बताया कि यह एफआईआर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के अपराध से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत दर्ज की गई। मालीवाल की ओर से कई पन्नों की शिकायत दर्ज कराने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। अब पुलिस इस मारपीट के मुख्य आरोपी विभव कुमार को तलाश रही है। हालांकि उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। खबर है कि वो दिल्ली छोड़कर किसी अन्य राज्य में छुपा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त स्वाति के साथ मारपीट हुई उस वक्त अरविंद केजरीवाल भी घर के अंदर ही मौजूद थे। इसलिए दिल्ली पुलिस उनसे भी पूछताछ कर सकती है। दिल्ली पुलिस की टीम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर जा सकती है। दिल्ली पुलिस घटना के समय मौजूद पुलिसकर्मियों और स्टाफ के बयान दर्ज करेगी। दिल्ली पुलिस सीसीटीवी की भी जांच करेगी जो सीएम आवास के अंदर लगे हैं।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस विभव के घर पहुंची थी लेकिन वो घर पर नहीं था इसलिए टीम वापस लौट गई। विभव कहां हो सकता है पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है। आज महाराष्ट्र में इंडी गठबंधन रैली है, पुलिस को शक है कि कहीं विभव महाराष्ट्र तो नहीं चला गया। पुलिस की करीब 10 टीम पूरे मामले की जांच में जुटी है, जिसमें चार टीम विभव का लोकेशन पता लगा रही है। वह अमृतसर में भी हो सकता है।

इससे पहले स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट मामले में पुलिस ने मालीवाल का बयान दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम ने मालीवाल के आवास पर उनका बयान दर्ज किया। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मालीवाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई घटना के बारे में पुलिस को बताया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) पी एस कुशवाह के नेतृत्व में पुलिस टीम चार घंटे से अधिक समय तक मालीवाल के आवास पर रही।

Continue Reading

Trending