मुख्य समाचार
तमिलनाडु : जल्लीकट्ट समर्थकों की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन
चेन्नई | तमिलनाडु में जल्लीकट्ट के समर्थन में प्रदर्शन करने वालों की गिरफ्तारियों के खिलाफ मंगलवार को सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। जल्लीकट्ट पर सर्वोच्च न्यायालय के प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को मदुरै जिले के अलांगनाल्लुर में हजारों युवकों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन रातभर जारी रहा, जिस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने जल्लीकट्टू का आयोजन करने के लिए मशहूर इस कस्बे में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों को नजदीकी विवाह सभागारों में नजरबंद कर दिया।
इन गिरफ्तारियों से गुस्साए ग्रामीण अलंगनाल्लुरमें सड़कों पर उतर आए।
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के कार्यकारी अध्यक्ष और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता एम.के. स्टालिन ने गिरफ्तारियों की निंदा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों को पानी और खाना भी नहीं देने दिया गया।
स्टालिन ने राज्य में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के शासन को ‘क्रूर’ और पुलिस कार्रवाई को ‘अमानवीय’ करार दिया।
स्टालिन ने हिरासत में लिए गए लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की।
सर्वोच्च न्यायालय ने तमिलनाडु में जल्लीकट्ट के आयोजन पर मई 2014 में रोक लगा दी थी।
शीर्ष न्यायालय ने अपने आदेश में यह भी कहा था कि बैल को जल्लीकट्ट में प्रदर्शन करने वाले जानवर के रूप में या तमिलनाडु, महाराष्ट्र या देश में कहीं भी बैलगाड़ी दौड़ में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
प्रतिबंध के बाद से ही लोग केंद्र सरकार से जल्लीकट्टू के आयोजन के लिए जरूरी कानूनी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
नेशनल
दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी
नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।
स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।
नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”
-
नेशनल3 days ago
देश के नए नौसेना प्रमुख बने दिनेश कुमार त्रिपाठी, ली आर हरि कुमार की जगह
-
नेशनल3 days ago
एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में किसी दल ने डाका डाला तो वो कांग्रेस है: अमित शाह
-
नेशनल2 days ago
जेल से रिहा हुए बाहुबली धनंजय सिंह, बोले- पत्नी के लिए करूंगा प्रचार
-
नेशनल2 days ago
अगर बीजेपी सत्ता में आई तो गरीबों, आदिवासियों और दलितों से उनके अधिकार छीन लिए जाएंगे : राहुल गांधी
-
नेशनल3 days ago
प्रज्वल रेवन्ना JDS से निलंबित, सेक्स स्कैंडल सामने आने के बाद देश से फरार
-
नेशनल2 days ago
लोकसभा के शोले और रहीम चाचा की खामोशी
-
खेल-कूद3 days ago
मेरी व्यक्तिगत इच्छा है कि रिंकू सिंह टी 20 वर्ल्ड कप की टीम में जगह बनाए: शाहरुख खान
-
मनोरंजन2 days ago
अनुपमा की राजनीति में एंट्री, एक्ट्रेस रुपाली गांगुली ने थामा बीजेपी का दामन