Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनेंगे पलनीसामी

Published

on

Loading

चेन्नई | ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायक दल के नेता ई.पलनीसामी गुरुवार शाम को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पलनीसामी (64) को राज्यपाल सी.विद्यासागर राव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है।

पलनीसामी को वी.के.शशिकला का समर्थन प्राप्त है। शशिकला, फिलहाल आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद बेंगलुरू जेल में बंद हैं। राजभवन की ओर से जारी बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने पलनीसामी को गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला को जेल के बाद पलनीसामी को पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया था।

राज्यपाल कार्यालय के मुताबिक, पलनीसामी को 15 दिनों के भीतर विधानसभा में बहुमत सिद्ध करना होगा। इस खबर से शशिकला खेमे में जश्न का माहौल है जबकि ओ.पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके पर एक ही परिवार के आधिपत्य के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है।

पन्नीरसेल्वम ने कहा कि लोगों में गुस्सा है कि रिसॉर्ट में कैद करके रखे गए विधायकों के समर्थन से नई सरकार का गठन किया जा रहा है। दुग्ध एवं डेयरी विकास मंत्री के.टी.राजेंद्र भालाजी ने कहा कि राज्यपाल ने पलनीसामी को सरकार गठन का निमंत्रण देखर लोकतंत्र को बचा लिया है। उन्होंने कहा कि विधायक जल्द ही रिसॉर्ट खाली कर देंगे। पलनीसामी के सहयोगियों का कहना है कि रात के समय उनके पास एआईएडीएमके के 135 में से 124 विधायकों का समर्थन प्राप्त था।

राज्यपाल का यह निमंत्रण स्पष्ट संकेत है कि पन्नीरसेल्वम के पास संख्या बल नहीं था और वह मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी विधायकों का समर्थन हासिल करने में असफल रहे सर्वोच्च न्यायालय ने शशिकला को आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी ठहराते हुए चार साल कैद की सजा सुनाई है। फिलहाल, वह बेंगलुरू जेल में हैं। शशिकला के साथ उनके संबंधी एलावारसी और वी.एन.सुधाकरण को भी जेल हुई है।

लोक कल्याण एवं राजमार्ग मंत्री पलनीसामी, एआईएडीएमके उपमहासचिव टी.टी.वी.दिनाकरण और अन्य नेताओं ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे.जयललिता के निवास स्थान पोएस गार्डन पर सरकार गठन पर चर्चा की। हथकरघा एवं कपड़ा उद्योग मंत्री ओ.एस.मानियन ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पन्नीरसेल्वम और शिक्षा मंत्री के.पांडीराजन को छोड़कर विरोधी खेमे के सभी विधायकों का पार्टी में स्वागत है।

पन्नीरसेल्वम ने सात फरवरी को यह कहते हुए शशिकला के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया था कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया ताकि शशिकला को यह पद मिल सके। शशिकला ने पलटवार करते हुए पन्नीरसेल्वम को एआईएडीएमके के कोषाध्यक्ष पद से और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था आज दिन की शुरुआत में पन्नीरसेल्वम खेमे के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें शशिकला खेमे से बड़ी संख्या में विधायकों का समर्थन मिलने की उम्मीद है।

लोकसबा के उपसभापति एम.थंबीदुरई ने कहा कि राज्य में जयललिता की विरासत जारी रहेगी। पलानीसामी उन चार मंत्रियों में से एक हैं जो पार्टी मामलों पर जयललिता को सलाह दिया करते थे। लोक निर्माण, राजमार्ग और बंदरगाह मंत्री पलानीसामी वरिष्ठता के लिहाज से अन्नाद्रमुक सरकार में तीसरे वरिष्ठ नेता रहे हैं।

जयललिता के निधन के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम सुझाव गया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सेलम जिले के नेडुनगुलम गांव के रहने वाले पलानीसामी गोंडर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वह 1980 के दशक में अन्नाद्रमुक से जुड़े। पार्टी के संस्थापक एम.जी.रामचंद्रन के 1987 में निधन के बाद पार्टी के दो फाड़ होने पर वह जयललिता के साथ रहे। वह 1989 में एडापेडी निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे और 1991 तक इस सीट पर रहे।

पेशे से किसान पलानीसामी 2006 में एडापाडी सीट से हारने के बाद कुछ समय के लिए हाशिए पर चले गए, लेकिन इसी निर्वाचन क्षेत्र से 2011 में जीत दर्ज करने के बाद वह फिर चर्चा में आए। वह 2016 चुनाव में एडापाडी सीट से 42,000 से अधिक वोटों से जीते और जयललिता मंत्रिमंडल में लोक निर्माण एवं राजमार्ग मंत्री बनाए गए।

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पार्टी महासचिव वी.के.शशिकला को आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद शशिकला ने उन्हें पार्टी के विधायक दल का नेता चुना।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending