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मुख्य समाचार

तकनीक की ताकत से गरीबी से लड़े : मोदी

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तकनीक की ताकत, गरीबी से लड़े, सैन होजे, कैलिफोर्निया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, डिजिटली इंडिया डिनर

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सैन होजे (कैलिफोर्निया)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने अमेरिका दौरे पर कहा कि उनकी सरकार ने नेटवर्क की ताकत और मोबाइल फोन के इस्तेमाल से गरीबी पर जोरदार प्रहार किया है। मोदी ने यहां डिजिटली इंडिया डिनर पर कहा, “मेरी सरकार जब से कामकाज संभाला है, हमने सशक्तिकरण के एक नए युग का प्रारंभ करने के लिए नेटवर्क की ताकत और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर गरीबी पर प्रहार किया है।”

उन्होंने कहा, “मैं तकनीक को सशक्तिकरण और उम्मीद एवं अवसर के बीच की खाई पाटने के मुख्य साधन एवं हथियार के रूप में देखता हूं।” मोदी ने कहा, “इस डिजिटल युग में हमारे पास लोगों के जीवन को वैसा बनाने का एक अवसर है, जिसकी कुछ दशकों पहले कल्पना करनी मुश्किल थी।” उन्होंने कहा, “अब यह चीज मायने नहीं रखती है कि आप सोए हुए हैं या जागे हुए हैं, बल्कि आप ऑनलाइन हैं या ऑफलाइन, यह मायने रखती है।” सोशल मीडिया के बढ़ते चलन पर मोदी ने कहा, “फेसबुक, ट्विटर व इंस्टाग्राम हमारी नई दुनिया के नए पड़ोसी हैं।”

नेशनल

628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

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मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

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