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अन्तर्राष्ट्रीय

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने नहीं मांगी माफी

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टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने शुक्रवार को द्वितीय विश्वयुद्ध में अपने कृत्यों के लिए देश की पिछली सरकारों के माफीनामे का उल्लेख तो किया लेकिन उन्होंने स्वयं इसके लिए माफी नहीं मांगी।

द्वितीय विश्वयुद्ध की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर अबे ने जारी अपने बयान में कहा, “जापान ने युद्ध के दौरान अपने कृत्यों के लिए लगातार पश्चाताप और संवेदना जारी की है और इसके लिए माफी भी मांगी है। देश की पिछली सरकारों ने ऐसा किया है, जो भविष्य में अविचल रहेगा।”

उन्होंने इसके साथ यह भी कहा कि जापान को अपनी भावी पीढ़ियों को माफी के लिए तैयार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय विवादों को सुलझाने के लिए आक्रामकता और युद्ध का सहारा नहीं लिया जाना चाहिए और जापान हमेशा के लिए औपनिवेशिक शासन छोड़ देगा। हालांकि उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध से पहले और इसके दौरान जापान की आक्रामकता और औपनिवेशिक शासन का उल्लेख नहीं किया।

गौरतलब है कि 1995 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री तोमीची मुरायामा ने अपने ऐतिहासिक बयान में प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया था कि जापान ने अपने औपनिवेशिक शासन के जरिए गलत राष्ट्रीय नीति का पालन किया, जिससे विशेष रूप से एशियाई देशों सहित कई देशों के लोगों को भारी यातना से गुजरना पड़ा और उन्हें भारी क्षति पहुंची।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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