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मुख्य समाचार

छोटा राजन की बहनें भाई दूज के लिए अदालत पहुंचीं

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मुंबई| माफिया डॉन राजेंद्र एस. निखलजे उर्फ छोटा राजन की दो बहनों ने अपने भाई के साथ भाई दूज का त्योहार मनाने की अनुमति के लिए शुक्रवार को सत्र न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

दोनों बहनों -सुनिता चव्हाण और मालिनी सकपाल- ने पटियाला हाउस न्यायालय के सत्र न्यायाधीश के समक्ष एक याचिका दायर की है। याचिका में राजन से मुलाकात करने और उसके साथ भाई दूज का त्योहार मनाने की अनुमति मांगी गई है।

दोनों बहनों ने कहा है कि वे अपने भाई से कभी नहीं मिली हैं। राजन को 27 वर्षो बाद भारत लाया गया है।

याचिका में कहा गया है कि इतने लंबे समय तक भारत से दूर रहे राजन से अब वे मिलना चाहती हैं और उसके लिए दुआएं करना चाहती हैं।

सीबीआई की विशेष अदालत के सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार शुक्रवार अपराह्न् अपने घर पर इस याचिका पर कोई निर्णय ले सकते हैं।

दोनों बहनें महाराष्ट्र में रहती हैं, और वे नई दिल्ली पहुंची हैं। छोटा राजन को दिल्ली में सीबीआई के एक हवालात में रखा गया है।

 

नेशनल

628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

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मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

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