Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में तूफान मलाकस के लिए पीली चेतावनी

Published

on

चीन

Loading

चीन बीजिंग। चीन के मौसम विभाग ने तेज हवाओं और भारी बारिश की आशंका व्यक्त करते हुए शनिवार को तूफान ‘मलाकस’ के लिए पीले रंग की चेतावनी जारी की है।

राष्ट्रीय मौसम केंद्र के मुताबिक, इस साल का 16वां तूफान मलाकस शनिवार सुबह 10 बजे ताइवान के पूर्वी तट से 135 किलोमीटर दूर देखा गया। यह 50 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से हवाओं के साथ पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ रहा है और इसके दिन में पूर्वी चीन सागर तक पहुंचने की आशंका है।

तूफान के कारण शनिवार से रविवार के बीच झेजियांग और फुजियान प्रांतों के साथ-साथ ताइवान के मध्य व उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश की भी आशंका है। इन इलाकों में तूफान के कारण 120 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है।

चीन में चार रंगों की मौसम चेतावनी प्रणाली है, जिसमें सबसे गंभीर स्थिति के लिए लाल, इससे कम गंभीर स्थिति के लिए नारंगी, इससे भी कम गंभीर स्थिति के लिए पीले और सबसे कम गंभीर स्थिति के लिए नीले रंग की चेतावनी जारी की जाती है।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending