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बिजनेस

केईसी इंटरनेशनल बेचेगी दूरसंचार संपत्ति

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नई दिल्ली | अवसंरचना कंपनी केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड ने गुरुवार को कहा कि उसने तीन राज्यों में अपनी दूरसंचार संपत्ति बेचने के लिए एटीसी टेलीकॉम टावर के साथ एक समझौता किया है। कंपनी बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में जारी एक बयान में कहा, “कंपनी ने एटीसी टेलीकॉम टावर कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ छत्तीसगढ़, मेघालय और मिजोरम में 381 दूरसंचार क्षेत्रों को बेचने के लिए एक बाध्यकारी समझौता किया है।”

बयान के मुताबिक, समझौते का पूरा होना नियामकीय अनुमति, तृतीय पक्ष की मंजूरी और समझौते में उल्लिखित शर्तो के पूरा होने पर निर्भर है। केईसी एक इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण कंपनी है और उसका कारोबार बिजली पारेषण, बिजली प्रणाली, केबल, रेलवे, दूरसंचार और पानी कारोबार के क्षेत्र में फैला हुआ है। कंपनी के शेयर बीएसई में 9.13 फीसदी तेजी के साथ 110.00 रुपये पर बंद हुए।

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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