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किसको मिलेगी हिमाचल प्रदेश की गद्दी, कई धुरंधर दौड़ में

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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पर असमंजस की स्थिति रविवार को समाप्त हो सकती है। भाजपा रविवार को यहां विधायकों की बैठक में यह फैसला ले सकती है। भाजपा के राज्य अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा विधायकों की बैठक यहां रविवार को होगी।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि नए मुख्यमंत्री के नाम पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर और राज्य के पार्टी प्रभारी मंगल पांडे लेंगे। मुख्यमंत्री की दौड़ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा और पांच बार विधायक रहे जयराम ठाकुर सहित कई नाम सामने आ रहे हैं।

केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम पांडे के साथ नवनिर्वाचित विधायकों और सांसदों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर चुकी है। राज्य में दो बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रेम कुमार धूमल को भी इस पद के लिए पूरी तरह दरकिनार नहीं किया गया है। उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।

भाजपा ने यहां 68 सीटों में से 44 पर जीत दर्ज की है।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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