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समाज में सिख समुदाय का अतुलनीय योगदान : नीतीश

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पटना, 23 दिसंबर (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां शनिवार को कहा कि सिख समुदाय का हर क्षेत्र में अतुलनीय योगदान रहा है। इस समुदाय के लोगों की आबादी भले ही दो प्रतिशत है, लेकिन योगदान अगर देखा जाए, तो सेना में 20 प्रतिशत सिख हैं, जो देश की रक्षा करते हैं। हरित क्रांति में सबसे बड़ा योगदान सिख समुदाय के लोगों का ही रहा है। पटना के बाईपास स्थित टेंट सिटी के दरबार हॉल में 350वें प्रकाश पर्व के शुकराना समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री को तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब द्वारा सरोपा, गुलदस्ता और प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत अरदास और गुरुवाणी से हुई।

मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से बहुउद्देशीय प्रकाश केंद्र और उद्यान निर्माण योजना का शिलान्यास भी किया।

शुकराना समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा, गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जन्मस्थली पटना साहिब में भव्य तरीके से प्रकाश पर्व का आयोजन होना बिहार के लिए गौरव की बात है। इस मौके पर हमें गर्व की अनुभूति हो रही है।

उन्होंने कहा, 350वें प्रकाश पर्व में बिहारवासियों की सेवा भावना देखकर आने वाले श्रद्धालुओं की न सिर्फ सोच बदली, बल्कि बिहार के प्रति उनकी जो सोच थी, वह भी बदल गई। उसके बाद हमलोगों ने तय किया कि 350वें प्रकाश पर्व का शुकराना समारोह कर लोगों का शुक्रिया अदा करेंगे, जिसका भव्य स्वरूप आज हम सबके सामने है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना साहिब का तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना सिटी का गुरुबाग, पटना का बाललीला साहिब, दानापुर का हांडी साहिब, गायघाट का गुरु तेगबहादुर साहिब गुरुद्वारा, राजगीर का गुरुनानक कुंड, मुंगेर का गुरु पच्चीस संगत के अलावा आरा, कटिहार, नवादा, गया, सासाराम एवं भागलपुर के अन्य गुरुद्वारों एवं धार्मिक स्थलों को एक साथ जोड़कर ‘गुरु सर्किट’ के विकास का निर्णय बिहार सरकार ने लिया है।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार यह प्रयास कर रही है कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इन सारी जगहों का एक साथ भ्रमण करने का मौका मिले।

बहुद्देशीय प्रकाश केंद्र की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस केंद्र की स्थापना गुरु के बाग के समीप की जा रही है। इसमें केंद्र सरकार का भी सहयोग है। इसके माध्यम से नई पीढ़ी को गुरु जी के जीवन, उनके उपदेश, कर्म एवं त्याग की जानकारी मिलेगी।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने बाइपास स्थित टेंट सिटी में सामूहिक लंगर भी छका तथा लंगर में अपनी सेवा भी दी। लंगर छकने के बाद मुख्यमंत्री ने तख्त श्री हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा जाकर मत्था टेका।

शुकराना समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को चिदानंद स्वामी, जैन धर्म के प्रतिनिधि आचार्य लोकेश मुनि, जत्थेदार इकबाल सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री एसएस अहलूवालिया, केंद्रीय राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी संबोधित किया।

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नेशनल

मोदी कैबिनेट: 71 सांसदों ने ली मंत्रिपद की शपथ, जातिगत समीकरण का रखा गया खास ध्यान

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नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। मोदी के साथ-साथ 71 सांसदों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इन 71 मंत्रियों में से 30 से कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले और 36 ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है। इनमें 27 ओबीसी से हैं जबकि 10 एससी वर्ग से आते हैं।

इसके साथ-साथ मोदी कैबिनेट में 18 सीनियर नेताओं को भी जगह दी गई है। दो पूर्व सीएम को भी मोदी सरकार में शामिल किया गया है। इसके साथ-साथ एनडीए सहयोगी दलों के कई सीनियर नेताओं को भी मंत्री बनाया गया है। बीजेपी ने जातिगत समीकरण को ध्‍यान में रखते हुए कैबिनेट का बंटवारा किया है। यहां जानें कौन से मंत्री किस वर्ग से हैं।

सवर्ण- अमित शाह, एस जयशंकर, मनसुख मांडविया, राजनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, जयंत चौधरी, धर्मेन्‍द्र प्रधान, रवणीत बिट्टू, नितिन गड़करी, पीयूष गोयल, मनोहर लाल खट्टर, जितेंद्र सिंह, गजेंद सिंह शेखावत, संजय सेठ, राम मोहन नायडू, सुकांत मजूमदार, प्रह्लाद जोशी, जे पी नड्डा, गिरिराज सिंह, ललन सिंह, सतीश चंद्र दुबे शामिल हैं.

ओबीसी- सीआर पाटिल, पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल, बीएल वर्मा, रक्षा खड़से, प्रताप राव जाधव, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, भूपेंद्र यादव, भगीरथ चौधरी, अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, एचडी कुमारस्वामी, नित्यानन्द राय शामिल हैं.

दलित- एस पी बघेल, कमलेश पासवान, अजय टम्टा, रामदास आठवले, वीरेंद्र कुमार, सावित्री ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल, चिराग़ पासवान, जीतन राम मांझी, रामनाथ ठाकुर शामिल हैं.

आदिवासी- जुएल ओराम, श्रीपद येसो नाइक, सर्वानंद सोनोवाल शामिल हैं.

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