Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

कांग्रेस की गद्दी पर विराजमान हुए राहुल गांधी, अब असली इम्तिहान की बारी

Published

on

Loading

नई दिल्ली | गुजरात में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लगातार अभियान चलाने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष चुन लिए गए। वह इस पद पर अपनी मां व 19 वर्षो तक पार्टी अध्यक्ष का कार्यभार संभालने वाली सोनिया गांधी का स्थान लेंगे। राहुल गांधी (47) हिमाचल व गुजरात चुनाव की वोटों की गिनती से दो दिन पहले औपचारिक रूप से यह पद संभालेंगे। गुजरात में

कांग्रेस नेता मुल्लाप्पली रामचंद्रन ने मीडिया को बताया कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में प्रस्तावित करने वाले कुल 89 नामांकन प्राप्त हुए। सभी नामांकन पत्रों को वैध पाया गया। उन्होंने कहा, “नाम वापस लेने की तिथि व समय खत्म होने के बाद केवल एक ही उम्मीदवार थे, इसलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान के आर्टिकल 18(डी) के तहत, मैं राहुल गांधी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष घोषित करता हूं।” राहुल गांधी नेहरू-गांधी परिवार के छठे कांग्रेस अध्यक्ष हैं। इससे पहले उनकी मां सोनिया गांधी के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस 2004 से 2014 तक सत्ता में रही। उन्होंने 19 वर्षो तक पार्टी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। रामचंद्रन ने कहा, “यह ऐतिहासिक क्षण है। चुनाव का प्रमाण पत्र 16 दिसंबर को दिया जाना प्रस्तावित है।”

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने नियमों पर जोर दिया था और यह सुनिश्चित किया था कि चुनाव पारदर्शी और अर्थपूर्ण ढंग से हो। उन्होंने कहा, “राहुल और सोनिया गांधी दोनों ने चुनाव अधिकारियों के कार्यो में कभी हस्तक्षेप नहीं किया। हमें हमारे दायित्व को निभाने के लिए पूरी छूट व स्वतंत्रता दी गई।” राहुल गांधी ने 4 दिसंबर को इस पद के लिए नामांकन भरा था और वह वर्ष 2013 से पार्टी उपाध्यक्ष का पद संभाल रहे थे।

89 नामांकन के सभी प्रस्तावक राहुल के समर्थन में थे। राहुल गांधी के नामांकन भरने के वक्त पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उनके साथ थे।  वास्तव में नामांकन के लिए 90 फॉर्म जारी किए गए थे लेकिन एक फार्म जारी नहीं किया जा सका क्योंकि पर्याप्त संख्या में प्रस्तावक मौजूद नहीं थे। पूरे देश भर से कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालयों के पास राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने की खुशी में पटाखे फोड़े और खुशियां मनाई।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending