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मुख्य समाचार

तकनीक के माध्यम से महिलाओं को दी जाएगी कानून की जानकारी: सान्याल

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जगदगुरु कृपालु परिषत् को मिला सम्मान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षा देने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति सचेत करने के लिए बड़े पैमाने पर कम्युनिटी पुलिसिंग को लागू करेगी। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को भी अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से महिलाओं के अधिकारों और कानून की जानकारी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश पुलिस के महिला सम्मान प्रकोष्ठ की अपर पुलिस महानिदेशक सुतापा सान्याल ने यह जानकारी दी।

सुतापा सान्याल उत्तर प्रदेश महोत्सव के महिला सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रही थीं। इस अवसर पर उन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए महिलाओं को सम्मानित किया। जगदगुरु कृपालु परिषत की अध्यक्षा डा. विशाखा त्रिपाठी को महिला शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। परिषत के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की पांच हजार बालिकाओं को प्राईमरी से लेकर परास्नातक स्तर तक की निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। परिषत् के प्रतिनिधि राम पुरी ने एडीजी सुतापा सान्याल के हाथों सम्मान ग्रहण किया ।

मीडिया से बातचीत में सुतापा सान्याल ने बताया कि महिला सम्मान प्रकोष्ठ शासन की महिला नीतियों को लागू करने के लिए बृहद पैमाने पर कार्य कर रहा है और इसमें आधुनिक तकनीक के सहयोग से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं तक भी पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाईट के माध्यम से महिलाएं शिकायत दर्ज करा सकती हैं और उनपर प्रभावी कार्रवाई की जाती है । महिलाओं को उनके अधिकारों और कानूनों के बारे में जानकारी देने के लिए भी महिला सम्मान प्रकोष्ठ कम्युनिटी पुलिसिंग के माध्यम से जनसहयोग के द्वारा भी कार्य कर रहा है । साथ ही स्कूलों और कालेजों के छात्रों को भी इस पूरे अभियान में शामिल कर उन्हें जागरुक किया जा रहा है। sutapa

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 1090 सेवा उत्तर प्रदेश पुलिस के महिला सम्मान प्रकोष्ठ का अंग नहीं है । उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं भी बड़े पैमाने पर पुलिस की वेबसाईट के माध्यम से शिकायतें दर्ज करा रहीं हैं और उनकी पहचान को गोपनीय रखते हुए ऐसी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाती है ।

इससे पूर्व कार्यक्रम में महिला सम्मान प्रकोष्ठ की अपर पुलिस महानिदेशक सुतापा सान्याल कर स्वागत आयोजन समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह ने प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र देकर किया । कार्यक्रम में महिला सशक्तीकरण के लिए कार्य करने के लिए सुतापा सान्याल ने पूर्व डीजीपी ए.एल. बनर्जी की पत्नी श्रीमती मधु बनर्जी समेत समाज के अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया । कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक संध्या और कवि सम्मेलन के साथ हुआ ।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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