Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

एलओसी से सटे गांवों से लोगों का पलायन, स्कूल बंद

Published

on

Loading

Loc palayanचंडीगढ़। पंजाब के पाकिस्तान से सटे समीवर्ती इलाकों में दहशत है। लोग अपने गांवों को छोडक़र सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। उन्हें डर है कि भारतीय सेना की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद पकिस्तान की ओर से भी कुछ इसी तरह की कार्रवाई की जा सकती है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन पर सीमावर्ती इलाकों को खाली कराए जाने तथा लोगों को सुरक्षित शिविरों में रखे जाने को लेकर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है।

अमृतसर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र राजाताल इलाके के एक ग्रामीण गुरुदेव सिंह ने बताया, हमें गुरुवार शाम को अपने घरों को खाली करने के लिए कहा गया। कहीं और जाने का साधन नहीं है। हमें नहीं पता कि हम कहां जाएं। हमें स्कूलों में जाने को बोला गया था, लेकिन किसी भी स्कूल में कोई प्रबंध नहीं थे।

अधिकांश ग्रामीण कृषक परिवारों से हैं। उन्हें चिंता है कि खेतों में धान की फसल जो लगभग तैयार है, यदि समय पर नहीं काटी गई तो बर्बाद हो जाएंगी। किसान शमशेर सिंह ने कहा, फसल कटाई के लिए तैयार है। हमें नहीं पता कि फसलों की कटाई के लिए हम कब लौटेंगे। पंजाब सरकार ने गुरुवार को गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा।

पंजाब के छह सीमावर्ती जिलों के चार लाख से अधिक ग्रामीण इससे प्रभावित हुए हैं। कई लोग गांवों से निकलकर अपने संबंधियों और दोस्तों के घर चले गए हैं। लोगों ने हालांकि स्थानीय प्रशासन पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है, लेकिन सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों का कहना है कि लोगों के लिए इंतजाम किए गए हैं।

फिरोजपुर जिले के एक अधिकारी ने बताया, हमें गुरुवार दोपहर को ही क्षेत्रों को खाली कराने के आदेश मिले थे। तैयारियां करने में समय लगता है। फिलहाल, स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। हम 24 घंटे काम कर रहे हैं।

सरकारी स्कूलों की इमारतों, सामुदायिक केंद्रों और निजी विवाह स्थलों पर चारपाइयां और बिस्तरें लगाए गए हैं। स्थानीय गुरुद्वारों और सामाजिक संगठनों ने इन लोगों को भोजन परोसने की व्यवस्था की है। लोगों को ट्रैक्टर, ट्रकों और निजी वाहनों में सवार होकर इन क्षेत्रों से निकलते देखा गया है।

पंजाब के सीमावर्ती जिलों में फजिल्का, फिरोजरपुर, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर और पठानकोट शामिल हैं। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के सलाहकार हरचरण बैंस ने बताया, पंजाब में हाई अलर्ट जारी है। मुख्यमंत्री बादल ने आईबी से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस सहित सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending