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अन्तर्राष्ट्रीय

एयरएशिया हादसा : अमेरिका का अतिरिक्त मदद का वादा

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वाशिंगटन| अमेरिका ने दुर्घटनाग्रस्त एयरएशिया विमान का मलबा और छह शव मिलने के बाद आगे के तलाश अभियान में अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराने का वादा किया है। यह जानकारी बुधवार को एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मंगलवार को व्हाइट हाउस के अधिकारी जॉश अर्नेस्ट की ओर से जारी बयान के हवाले से कहा, “अमेरिका ने एक मिसाइल विध्वंसक यूएसएस सैम्पसन तैनात किया है। अमेरिका जरूरत पड़ने पर इंडोनेशिया के एयरएशिया की उड़ान संख्या 8501 की तलाश में एक और जहाज भेजने के लिए तैयार है।”

अर्नेस्ट ने कहा, “हम इंडोनेशिया के साथ मिलकर इस चीज का पता लगा रहे हैं कि किन अतिरिक्त संसाधनों की जरूरत पड़ सकती है। अमेरिका इस मुश्किल समय में अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है।”

उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत के सुराबाया से रविवार को सिंगापुर के लिए उड़ान भरने के 42 मिनट बाद ही एयरएशिया के विमान का नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया था।

इंडोनेशिया की नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी ने मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा कारीमाटा स्ट्रेट में मिलने की पुष्टि की।

एयरएशिया इंडोनेशिया ने कहा है कि विमान सवार यात्रियों के परिवारों को शवों की शिनाख्त के लिए सुराबाया बुलाया जाएगा।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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