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एग्री हॉर्टी टेक प्रदर्शनी में किसानों की समस्याओं पर हुई परिचर्चा

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यस बैंक की पहल, किसान अब बैंक में अनाज भी जमा कर सकेंगे
किसानों को जैम जैली बनाने का दिया गया प्रशिक्षण
पंजाब व राजस्थान से आये कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार और पीएचडी चैंबर के संयुक्त तत्वावधान में श्री कांशीराम जी सांस्कृतिक स्थल (स्मृति उपवन) में आयोजित तीन दिवसीय एग्री हॉर्टी टेक अंतराष्ट्रीय प्रदर्शनी 2015 के दूसरे दिन बैंक अधिकारियों ने एक परिचर्चा का आयोजन किया । परिचर्चा में बैंक अधिकारियों ने किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।

यस बैंक के प्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि हमारे यहां किसानों के लिए दो विशेष प्रकार की योजनाएं शुरू की गयी हैं। पहली योजना, कम्युनिटी फंडिंग की शुरूआत की गयी है जिसके तहत जो फसल उत्पादन है उसको खरीदने के लिए प्रयास शुरू किया गया है। इसके लिए बैंक ने बड़े-बड़े गोदाम बनवायें हैं। जहां किसान अपने उत्पाद को रख सकता है और उसके बदले में किसान बैंक से लोन ले सकता है। इसके अलावा यह भी सुविधा दी जाती है कि लोन अदा करने के बाद किसान अपने उत्पाद को वापस लेकर बाजार में बेच सकता है या फिर वहीं बैंक को भी बेंच सकता है।

विजय कुमार ने बताया कि इसके अलावा बैंक की तरफ से दूसरी सबसे महत्वपूर्ण योजना छोटे डेरी फार्म खोलने के लिए है। इस स्कीम में किसानों को बैंक की तरफ से सुविधा दी जाती है कि छोटे-छोटे किसानों को डेयरी खोलने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसके बाद गांव में एक जगह सभी किसानों का दूध एकत्रित होता है। डेयरी कम्प्यूटर बैंक से अटैच होती है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ती है। इसमें यह भी सुविधा रहती है कि जिस औसत से जिस किसान का दूध उत्पादन हो रहा है। उस हिसाब से उक्त किसान को आगे के लिए लोन दिया जाता है। इसके अलावा किसानों को बड़े दुधारू पशु खरीदने के लिए लोन मुहैया कराया जाता है।

यूनियन बैंक के जनरल मैनेजर ए.के.सिंह ने बैंक की योजनाओं की चर्चा करते हुए बताया कि किसानों को लोन मुहैया कराने के लिए सभी बैंकों में सुविधाएं हैं लेकिन आपात स्थितियों में जैसे सूखा या बाढ़ आने पर बैंक किसान को लोन नहीं देते हैं। यूनियन बैंक किसानों को यह सुविधा मुहैया कराता है कि यदि के.सी.सी. लेने के बाद भी अगर किसान लोन अदा करने में असमर्थ है और उसी समय किसान को पैसे की सख्त जरूरत पड़ गयी तो बैंक इस हालत में  किसान को पैसा मुहैया कराता है।

ए.के. सिंह ने बताया कि इसके लिए हर जिले स्तर पर एक वित्त परामर्श केन्द्र खोला गया है। जहां पर किसान अपनी समस्या बताने पर बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों की संस्तुति पर 50 हजार रूपये तक का ऋण ले सकता है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार परक ट्रेनिंग भी बैंक की तरफ से दी जा रही है।

बैंक आफ इण्डिया के डिप्टी जनरल मैनेजर एम.के. गुप्ता ने बताया कि सोलर लाइटिंग और फार्म मशीनरीकरण के क्षेत्र में बैंक ने काफी काम किया है। प्रधानमंत्री जनधन योजना की चर्चा करते हुए एम.के.गुप्ता ने बताया कि इस योजना के तहत हम लोगों ने गांव के अंतिम व्यक्ति तक अपनी पहुँच बनायी है। यह बैंक के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है कि कोई भी गांव और घर ऐसा नहीं है कि जिसका खाता प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत बैंक में न खुला हो।

उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बैंक मात्र लोन मुहैया कराने का साधन मात्र न बने बल्कि वह मार्गदर्शक की भूमिका में आयें। बैंक आफ इण्डिया प्रयास कर रही है कि वह अपनी हर शाखा में एक कृषि अधिकारी की तैनाती करेगा जो किसानों को समय-समय पर कृषि की तकनीकों की जानकारी मुहैया करायेंगे।  सिंचाई के साधनों और पोल्ट्री फार्म के लिए भी बैंक ऋण मुहैया करा रहा है।

उन्होंने किसानों का आहवान करते हुए कहा कि कृषि कार्य में विविधता के साथ आधुनिकता लाने की जरूरत है। आज दूध,मछली और फल की मांग बाजार में बढ़ रही है। इसलिए कृषकों को बागवानी के क्षेत्र में भी काम करना चाहिए।
सेन्ट्रल बैंक के ए.के.भारती ने कहा कि आज किसान बिचैलियों के चंगुल में फंसकर दोहरी मार खा रहा हैं। किसानों को चाहिए कि किसी भी योजना की जानकारी और लोन लेने के लिए सीधे बैंक अधिकारियों से संपर्क करे। उन्होंने कहा कि आज बैंकिंग का स्वरूप काफी बदला है लेकिन अभी काफी कुद बदलाव की जरूरत है। इसके बाद किसानों ने बैंक अधिकारियों से आने वाली समस्याओं से अवगत कराया और उनसे प्रश्न भी पूछा।

इस अवसर पर सिंडीकेट  बैंक के मैनेजर डा.श्याम किशोर शुक्ला, इटली से आये रिकार्डो शेला सहित इलाबाद बैंक,केनरा बैंक,बैंक आफ इण्डिया,यस बैंक और स्टेट बैंक के अधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नाबार्ड के प्रबन्धक के.के.गुप्ता ने किया।

नाबार्ड द्वारा कठपुतली शो का आयोजन
कृषि प्रदर्शनी में नाबार्ड द्वारा कठपुतली शो का आयोजन किया गया। कठपुतली द्वारा कृषकों को यह संदेश दिया जा रहा था कि बैंक में खाता खुलवाना जरूरी है। इसको देखने के लिए काफी संख्या में किसान बंधु जुटे। इससे एक तरफ जहां किसानों का मनोरंजन हो रहा था वहीं उन तक बैंक योजनाओं की जानकारी भी पहुँच रही थी।

किसानों ने ली अत्याधुनिक कृषि यंत्रों और बीजों की जानकारी
कृषि प्रदर्शनी में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये किसानों ने अत्याधुनिक कृषि यंत्रों जैसे सीड ड्रिल, रोटोवेटर,गन्ना बोने की मशीन,हैरो डिस्क,ट्रेंच विधि की बुवाई और ब्रेक युक्त ट्राली की जानकारी हाशिल की। इसके अलावा पानी निकालने के कम पावर के पम्प सेट, छोटे इंजन, निराई, गुड़ाई की मशीन, दवा छिड़काव के साधन की कीमत व उपयोग के बारे में जाना।

पशुपालन विभाग दे रहा डेयरी योजना के बारे में किसानों को जानकारी
पशुपालन विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी में कामधेनू डेयरी योजना के बारे में किसानों की जानकारी दी जा रही है। योजना की लागत 1 करोड़ 20 लाख 91 हजार रुपये है, जिसमें लाभार्थी द्वारा 25 प्रतिशत मार्जिन मनी लगभग 30 लाख 13 लाख रुपये स्वयं लगाना है। शेष 75 प्रतिशत धनराशि 90 लाख 38 हजार रुपये बैंक से ऋण स्वीकृत करा सकते हैं। इसकी तरह मिनी कामधेनु डेयरी योजना की लागत 52 लाख, 35 हजार रुपये है। जिसमें लाभार्थी को 25 प्रतिशत मार्जिन मनी लगभग 13 लाख, 9 हजार रुपये स्वयं लगाना है। शेष 75 प्रतिशत धनराशि 39 लाख, 26 हजार रुपये बैंक से ऋण स्वीकृत करा सकते हैं।

इसके अलावा कृषि विभाग व उद्य़ान विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगाये गये स्टाल पर भारी संख्या किसानों की देखी गयी। कृषि विभाग के स्टाल पर तिलहन,दलहन,गन्ना,गेहूँ और धान, मकई की विभिन्न उन्नतिशील प्रजातियों की जानकारी किसानों को दी गयी। इसी प्रकार पीसीएफ द्वारा लगी प्रदर्शनी पर किसानों को मिलने वाली सहायता जैसे बीज उर्वरक व कीटनाशक के बारे में किसानों ने जानकारी हासिल की। वहीं सुलभ इण्टर नेशनल स्वच्छ भारत का संदेश दे रहा है। agritech

एग्री हार्टी टेक में निफ्टेम (भारतीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान) से आये शिक्षक अनुराग सिंह ने प्रदर्शनी में आये किसानों को जैम जैली तथा कैचप बनाने की विधियों से परिचित कराया तथा बनाकर भी दिखाया। इसके अलावा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में रोजगार से संबंधित विभिन्न जानकारियां भी दीं। निफ्टेम ने लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र का अर्जुनपुर गांव को गोद लिया है।

एग्री हार्टी टेक प्रदर्शनी के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत पंजाब व राजस्थान से आये कलाकारों ने जलवे बिखेरे। पटियाला से आये पंजाबी डांस गु्रप ने गिददा, जिंदवा एवं मलदिया गिद्दा और राजस्थान से आये फ्यिूजन राक बैन्ड (डियून आफ राजस्थान) के कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुति दी।

कल 24 जनवरी के कार्यक्रम
तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय एग्री होर्टी टेक उत्तर प्रदेश 2015 में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ  समापन होगा।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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