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उड़ी नहीं भूलेंगे, 1000 साल लडऩे को तैयार : पीएम मोदी

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Modi-kojhikodeकोझीकोड (केरल)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पाकिस्तान पर सीधे-सीधे निशाना साधते हुए कहा कि भारत उड़ी आतंकवादी हमले में हुए अपने 18 सैनिकों की शहादत नहीं भूलेगा और आतंकवाद के निर्यात के लिए वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश करता रहेगा। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कश्मीर के मुद्दे पर अपनी जनता को गुमराह कर रही है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नेता भारत से हजार सालों तक लड़ाई लडऩे की बात करते हैं। लेकिन मैं आपको कहना चाहता हूं कि दिल्ली में एक सरकार है जो आपकी इस चुनौती को स्वीकार करती है। हालांकि उन्होंने बात को दूसरी दिशा में मोड़ते हुए कहा कि दोनों देशों को गरीबी, बेरोजगारी और निरक्षरता के खिलाफ लड़ाई लडऩी चाहिए और देखें कौन जीतता है।

उन्होंने कहा, पाकिस्तान के लोगों को अपने शासकों से पूछना चाहिए कि पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) आपके साथ है, आप इसे संभाल नहीं पा रहे। इससे पहले पूर्वी पाकिस्तान जो अब बांग्लादेश है, आपके साथ था। लेकिन आप संभाल नहीं पाए। आप पीओके, सिंध, गिलगित-बालटिस्तान और बलूचिस्तान नहीं संभाल पा रहे हो और बात कश्मीर की करते हो। वे आपको कश्मीर के नाम पर धोखा दे रहे हैं।

उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान के लोगों से कहना चाहता हूं। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि 1947 से पहले आपके पूर्वज इस देश को अपनी मातृभूमि मानते थे, इसकी इबादत करते थे। इसे ध्यान में रखकर मैं आपसे कुछ पूछना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि दोनों देश एक साथ ही आजाद हुए। तो आपको कैसा लग रहा है कि आज भारत सॉफ्टवेयर का निर्यात करता है और आप (पाकिस्तान) आतंकवाद का निर्यात करते हो।

उन्होंने यह भी कहा कि उड़ी हमले में मारे गए 18 सैनिकों के बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अकेले रहने के लिए मजबूर करेंगे, हम पाकिस्तान को अलग-थलग करने का प्रयास करेंगे।

इससे पहले अपने भाषण में मोदी ने कहा कि एशिया में एक ही देश है, जो शांति और विकास नहीं चाहता है। एक देश है जो एशिया से दुनिया में आतंकवाद का निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से भारत के पड़ोसी देश भी प्रभावित हो रहे हैं और इसमें अफगानिस्तान और बांग्लादेश भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना सभी आतंकी कृत्यों का करारा जवाब दे रही है।

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दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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