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अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान, अमेरिका ने वार्ता में प्रगति को स्वीकारा

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वियना| ईरान और विश्व की छह महाशक्तियों के बीच तेहरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम संबंधित वार्ता में प्रगति हुई है। यह जानकारी अमेरिका तथा ईरान के शीर्ष राजनयिकों ने दी।

अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने बुधवार को यहां अपने ईरानी समकक्ष जवाद जरिफ के साथ बैठक के बाद कहा, “हमारे मुद्दे काफी कठिन रहे हैं, लेकिन हमें यह विश्वास है कि हम प्रगति कर रहे हैं और इस वजह से काम जारी रख रहे हैं।”

इससे पहले जरिफ ने संवाददाताओं से कहा, “हमने प्रगति की है और हम प्रगति करेंगे और हम प्रगति के लिए हर अवसर का इस्तेमाल करेंगे।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के अनुसार, फ्रांसीसी विदेश मंत्री लॉरेंट फैबियस और उनके चीनी समकक्ष वांग यी तथा यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख फेडेरिका मोघेरिनी भी गुरुवार को वार्ता से जुड़ सकते हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हार्फ ने मंगलवार को घोषणा की कि वार्ता की अवधि 30 जून से सात जुलाई के लिए बढ़ा दी गई है।

ईरान तथा पी5+1 समूह (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन तथा जर्मनी) अप्रैल में समझौते की रूपरेखा पर सहमत हो गए और उन्होंने समझौते को अंतिम रूप देने के लिए 30 जून तय की तारीख तय की थी। लेकिन इस तिथि तक समझौता नहीं हो पाने के कारण अब इसकी तिथि बढ़ाकर सात जुलाई कर दी गई है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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