Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

इटली इंटरनेट पर 12 अरब यूरो निवेश करेगा

Published

on

Loading

रोम| इटली के प्रधानमंत्री मत्तेयो रेनजी ने कहा है कि सरकार अल्ट्रा-स्पीड वाले इंटरनेट के लिए 20 वर्षो के दौरान 12 अरब यूरो निवेश करेगी। रेनजी ने शुक्रवार को अपनी मध्यममार्गी-वामपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडी) से कहा कि उनका उद्देश्य पूरे इटली में इंटरनेट की सुविधा बेहतर बनाने का है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस निवेश में सात अरब यूरो सरकार की ओर से और पांच अरब यूरो निजी क्षेत्र से होगा। सरकार की ओर से किए जाने वाले निवेश में 1.2 अरब यूरो यूरोपीय क्षेत्रीय निधि से होगा।

उन्होंने कहा कि साल 2020 तक लक्ष्य है कि इटली के 85 प्रतिशत लोगों तक बुनियादी ब्रॉडबैंड सेवा सुलभ हो सके।

रेनजी ने कहा, “इस बिंदु पर फोन ऑपरेटरों को कुछ नहीं करना है, सिर्फ उन्हें इसमें शामिल भर होना है।”

उन्होंने सप्ताह के प्रारंभ में की गई घोषणा का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया था कि इटली की दूरसंचारा कंपनी ‘विंड’ का उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी 3इटैलिया के साथ 50-50 प्रतिशत साझेदारी वाले एक संयुक्त उपक्रम में विलय कर दिया जाएगा।

 

Continue Reading

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending