Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

आरक्षण लंबे समय तक नहीं होना चाहिए : मनमोहन वैद्य

Published

on

Loading

Manmohan-Vaidyaजयपुर/लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संचार विभाग के प्रमुख मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी आरक्षण को बहुत लंबे समय तक नहीं बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों की बुरी सामाजिक-आर्थिक स्थिति की वजह यह है कि उनकी अधिकांश संख्या आर्थिक रूप से पिछड़े राज्यों में रहती है।

यहां चल रहे साहित्य महोत्सव के दूसरे दिन के समापन सत्र में ‘आफ सैफरन एंड द संघ’ विषय पर परिचर्चा में मनमोहन वैद्य और आरएसएस के संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने हिस्सा लिया। इन्हें सुनने वालों में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी थीं।

वैद्य ने कहा, “यह व्यापक रूप से माना जाता है कि किसी भी आरक्षण को लंबे समय तक जारी नहीं रखना चाहिए क्योंकि फिर इसका सही मूल्य भुला दिया जाता है। जहां तक बात मुसलमानों की है, तो हम देख सकते हैं कि 68-70 फीसदी मुसलमान बंगाल-बिहार-उत्तर प्रदेश में रहते हैं जो कि खुद ही बहुत पिछड़े हुए राज्य हैं। ऐसे में उनकी (मुसलमानों की) बुरी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को समझा जा सकता है।”

वैद्य ने कहा, “इस मामले को समुदाय के अंदर उठाया जाना चाहिए। उन्हें कौन सी बात पीछे रख रही है। यह सभी समुदायों के लिए होना चाहिए, किसी एक के लिए नहीं।”

वैद्य ने कहा, “आरक्षण का विषय अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए एक बिलकुल अलग संदर्भ में है। किसी भी समुदाय के लिए कोई भी आरक्षण लंबे समय तक नहीं होना चाहिए। अधिक अवसर होने चाहिए, सभी के लिए अधिक शिक्षा होनी चाहिए लेकिन इसके बजाय मुकम्मल तुष्टिकरण है और यही है जो नजर आ रहा है।”

यह पहली बार है कि किसी लोकप्रिय साहित्य महोत्सव में आरएसएस को खास जगह मिली है। सोशल मीडिया पर इस बात की आलोचना महोत्सव शुरू होने से पहले शुरू हो गई थी। जयपुर साहित्य महोत्सव के आयोजक संजय रॉय ने आईएएनएस से कहा कि यह कदम ‘संतुलन बनाए रखने के लिए’ और यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया कि ‘यह महोत्सव हर तरह के विचारों के लिए खुला’ है।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

Continue Reading

Trending