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प्रादेशिक

आयुष चिकित्सकों के अच्छे दिन जल्द : नाईक

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लखनऊ,केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक,लखनऊ में आयुष चिकित्सकों,चिकित्सा पद्घति देश की धरोहर,राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम

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लखनऊ | केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक ने शुक्रवार को लखनऊ में आयुष चिकित्सकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जल्द ही आयुष चिकित्सकों के अच्छे दिन आएंगे। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्घति देश की धरोहर है। इसे मुख्यधारा में लाना होगा और सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सकों को भी एलोपैथ चिकित्सकों की भांति सुविधाएं और वेतन देने पर विचार चल रहा है।

श्रीपद नाईक आयुष वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित आयुष चिकित्सकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। श्रीपद नाईक ने कहा कि सुदूर क्षेत्रों में जहां एलोपैथ डाक्टर नहीं जाते हैं वहां भी आयुष चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अंग्रेजों ने जानबूझकर आयुष चिकित्सा पद्घति को दबाने का काम किया, लेकिन स्वतंत्रता के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, “आयुष चिकित्सा पद्घति को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच महीने के कार्यकाल में एक विभाग को मंत्रालय का दर्जा दिया।”

नाईक ने कहा कि योग ऋषियों-मुनियों की देन है और यह भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्घति है। योग दिवस की तरह आयुष दिवस भी एक साथ पूरे विश्व में मनाया जाएगा। इस मौके पर आयुष चिकित्सकों ने केन्द्रीय मंत्री से मांग की है कि कोई भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम बिना आयुष चिकित्सकों के सहयोग के न चलाया जाए। होम्योपैथ चिकित्सक डॉ. अनुरुद्घ वर्मा ने कार्यक्रम में कहा कि जबतक आयुष चिकित्सा पद्घति को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य नीतियां नहीं बनाई जाएंगी, तबतक स्वास्थ्य का संकल्प पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्घतियां देश की जनता के अनुरूप हैं।

ऑफ़बीट

ज्वैलर बाप-बेटे ने अमेरिकी महिला से की ठगी, 300 रु वाली ज्वैलरी 6 करोड़ में बेची

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जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में धोखाधड़ी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक ज्वैलर बाप-बेटे की जोड़ी ने एक अमेरिकी महिला को चूना लगाते हुए 300 रु वाली ज्वेलरी 6 करोड़ में बेच दी। ज्वैलरी खरीदकर महिला वापस अमेरका लौट गई। दो साल बीत गए लेकिन महिला को ज्वेलरी के नकली होने का पता नहीं चला। इस बीच महिला ने अमेरिका में ही एक एग्जीबिशन में स्टॉल लगाई। इस दौरान उसे पता चला कि उसके जेवर नकली हैं। यह सुनते ही उसके होश उड़ गए। वो शिकायत करने के लिए एक महीने पहले वापस जयपुर पहुंची। महिला ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस से दर्ज कराई है।

पुलिस ने बताया कि जयपुर के एक ज्वैलर पिता-पुत्र ने अमेरिकी नागरिक महिला को 6 करोड़ रुपये के नकली आभूषण बेचे। ये दोनों आरोपी गौरव सोनी और उसके पिता राजेंद्र सोनी फरार हैं। गौरव की पत्नी और बच्चे भी फरार हैं। गौरव सोनी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि महिला ने फरवरी-मार्च में अमेरिका में प्रदर्शनी लगाई। वहां आभूषणों की जांच की जा रही थी, तो उसने कुछ आभूषणों की जांच कराई। उसे पता चला कि सोना 9 कैरेट का है, जबकि हॉलमार्क पेपर में 14 कैरेट का लिखा था। हीरा मोइसैनाइट निकला।

अधिकारी के अनुसार, इसके बाद महिला जयपुर आई और उसने गौरव सोनी से आभूषण बदलने का अनुरोध किया, लेकिन कोई फायदा नहींहुआ। उसने उन्हें पुलिस केस करने की चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की। गौरव सोनी और उसके पिता ने उसे रोकने का वीडियो पुलिस को भेज दिया और आरोप लगाया कि विदेशी महिला ने उनकी दुकान में लूटपाट की है लेकिन जब जांच हुई तो उसके पास सारे बिल और सबूत थे। इसलिए मामला नहीं बना।

महिला ने अमेरिकी दूतावास में भी शिकायत की। महिला की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ और जांच हुई। इसी दौरान महिला की दोनों बाप-बेटों के साथ एक मीटिंग हुई जिसमें वो चेरिस को करीब 3 करोड़ रुपये मुआवजा देने पर सहमत हुए। उन्होंने 2 दिन का समय मांगा लेकिन आखिरी दिन पिता-पुत्र ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए और फरार हो गए।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद हमने उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जिसने ज्वैलरी के झूठे प्रमाण पत्र जारी किए। हमने गौरव सोनी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है। हम पिता के लिए भी लुकआउट नोटिस जारी करने की कोशिश कर रहे हैं। यह भी पता चला कि गौरव सोनी की पत्नी के नाम पर एक फर्म है और उसे उसी खाते में ज़्यादातर पैसे मिले हैं।

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