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खेल-कूद

आईएसएल : कोलकाता और केरल के बीच खिताबी जंग

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मुंबई| ढाई महीने के रोमांचक सफर के बाद इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पहले संस्करण के खिताबी मुकाबले में शनिवार को एटलेटिको डी कोलकाता और केरला ब्लास्टर्स आमने-सामने होंगे। पूर्व दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की टीम केरला ब्लास्टर्स और साथी खिलाड़ी रह चुके सौरव गांगुली की टीम एटलेटिको डी कोलकाता के बीच यह मैच मुंबई के डी. वाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाना है। ऐसे में यह दो फुटबाल टीमों के अलावा क्रिकेट के दो दिग्गजों के बीच का भी रोमांचक मुकाबला होगा।

केरल ने संघर्षपूर्ण सेमीफाइनल चरण में चेन्नईयन एफसी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। चेन्नई में खेले गए दूसरे चरण के सेमीफाइनल के अतिरिक्त समय में केरल के मिडफील्डर स्टीवन पियरसन ने गोल दागा। वहीं, कोलकाता ने गोवा को मात दी। पहला चरण गोलरहित रहने के बाद कोलकाता ने दूसरे सेमीफाइनल में गोवा को पेनाल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया।

फाइनल में हालांकि कोलकाता के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय स्ट्राइकर फिकरू टेफेरा का नहीं खेलना होगा। उनके मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या है और इसे देखते हुए क्लब ने उन्हें मुक्त भी कर दिया है। फिकरू इलाज के लिए दक्षिण अफ्रीका जाएंगे। दूसरी ओर, आधार खिलाड़ी लुइस गार्सिया के भी चोट के कारण नहीं खेलने के आसार को देखते हुए टीम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। भारतीय डिफेंडर अर्नब मोंडल की टीम में वापसी से कोलकाता की रक्षा पंक्ति में निश्चित रूप से मजबूती आएगी।

केरल की बात करें तो टीम मुख्य रूप से अपने स्टार फॉरवर्ड खिलाड़ी कनाडा के इयान ह्यूम पर निर्भर करेगी। इंग्लैंड के माइकल चोपड़ा भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। लीग के शुरुआती दौर में लंबे समय तक अंकतालिका में शीर्ष पर रहने वाला कोलकाता भले ही इस समय पटरी से उतरा हुआ नजर आ रहा हो लेकिन पिछले 12 मैचों में केवल एक जीत हासिल करने वाली यह टीम पलटवार करने का माद्दा रखती है। केरल को निश्चित रूप से इससे सावधान रहना होगा।

खेल-कूद

NADA ने रेसलर बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए किया निलंबित, ये है वजह

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने पहलवान बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से बजरंग के पेरिस ओलंपिक में खेलने के सपने पर संकट के बादल छाए हैं। जानकारी के अनुसार बजरंग पुनिया 10 मार्च को सोनीपत में हुए चयन ट्रायल के लिए अपना सैंपल देने में विफल रहे, जिसके बाद नाडा ने उन्हें भविष्य के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से निलंबित करने का आदेश जारी किया।

भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालों में पुनिया, ओलंपियन साक्षी मलिक और विनेश सहित अन्य शीर्ष पहलवानों की कतार में सबसे आगे थे। निलंबन के बाद टोक्यो ओलंपिक में देश को कांस्य पदक दिलाने वाले पुनिया को इस महीने के अंत में होने वाले चयन ट्रायल में भाग लेने से रोक दिए जाने की संभावना है। 65 किग्रा वर्ग में अभी तक किसी भी भारतीय ने ओलंपिक कोटा नहीं जीता है।

निलंबन पत्र वर्ल्ड यूनाइटेड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की भंग हो चुकी तदर्थ समिति को भेजा गया था। वहीं, बजरंग ने कुछ महीने पहले एक वीडियो जारी कर डोप कलेक्शन किट के एक्पायर होने का आरोप लगाया था। उन्होंने डोप नियंत्रण अधिकारी के निर्देश की अवहेलना की और दावा किया कि नाडा अधिकारियों ने अभी तक उनकी चिंताओं का समाधान नहीं किया है।

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