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अब तेलंगाना के किसानों का दर्द साझा करेंगे राहुल गांधी

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हैदराबाद। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 11 और 12 मई को तेलंगाना का दौरा करेंगे। इस दौरान वह राज्य के किसानों से मुलाकात करेंगे और उनके हालात का जायजा लेंगे। वह 11 मई को हैदराबाद पहुंचेंगे। यहां पर वह रात में रुकने के बाद पदयात्रा करते हुए आदिलाबाद जिला पहुंचेंगे। इस दौरान वे निर्मल निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा करेंगे।

कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के उपाध्यक्ष मोहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि राहुल गांधी उन किसान परिवारों से मुलाकात करेंगे जिन्होंने परेशानी के कारण आत्महत्या कर ली। वह कम से कम पांच गांवों के किसानों से उनकी समस्या जानने के लिए बातचीत भी करेंगे। कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि कांग्रेस नेता की इस पदयात्रा में 10 से 15 हजार लोग शामिल होंगे। एक दिन की यात्रा के बाद राहुल गांधी हैदराबाद लौट आएंगे जहां पर वह रातभर रुकेंगे। अगली सुबह वह दिल्ली रवाना हो जाएंगे।

शब्बीर ने यह साफ कर दिया कि हैदराबाद में राहुल गांधी का कोई कार्यक्रम नहीं होगा। कुछ पार्टी नेताओं ने इससे पहले कहा था कि राहुल गांधी उस्मानिया विश्वविद्यालय जाएंगे और उन छात्रों से मुलाकात करेंगे जिन्होंने पृथक तेलंगाना आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी। विधान परिषद में नेता विपक्ष शब्बीर ने कहा, “हमारे नेता ने यह साफ कर दिया है कि अपने दौरे के दौरान वे केवल किसानों के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और ओस्मानिया विश्वविद्यालय के दौरे को उनके भविष्य के दौरे में शामिल किया जाएगा।”

पृथक तेलंगाना के गठन के बाद से यह राहुल गांधी का पहला दौरा है। पार्टी नेताओं को आशा है कि इस दौरे से पार्टी में नई जान आएगी। तेलंगाना का गठन कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार में हुआ था, बावजूद इसके पिछले साल के चुनाव में कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी थी।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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