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प्रादेशिक

नाराज अच्युतानंदन पार्टी बैठक में शामिल नहीं होंगे

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तिरुवनंतपुरम | मार्क्‍सवादी कम्युनिष्ट पार्टी (माकपा) के असंतुष्ट दिग्गज नेता वी.एस. अच्युतानंदन ने सोमवार को पार्टी की बैठक में शामिल होने में असमर्थता जताई। वह उस आरोप से नाराज हैं, जिसमें उन्हें पार्टी विरोधी व्यक्ति कहा गया है। मीडिया को जारी एक वक्तव्य में अच्युतानंदन ने कहा कि चूंकि पार्टी के साथ उनके मतभेद अभी भी बरकरार हैं, लिहाजा वह सोमवार को अलप्पुझा में पार्टी के सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल नहीं हो सकते।

उन्होंने कहा, “पार्टी की राज्य इकाई ने एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें मुझे पार्टी विरोधी व्यक्ति कहा गया है। इसीलिए मैंने पार्टी सम्मेलन के समापन समारोह में न जाने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा, “इस बारे में पहले ही मैं पार्टी महासचिव प्रकाश करात को बता चुका हूं।” उन्होंने रपट से उनके खिलाफ कुछ हिस्सों को हटाने के लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि पोलित ब्यूरो बाकी रपट का संज्ञान लेगा। अच्युतानंदन ने टी.पी. चंद्रशेखरन की हत्या के संबंध में पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व माकपा नेता की मई 2012 में हत्या कर दी गई थी।

उन्होंने कहा, “हत्या के मामले में पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया था और तीनों को पार्टी से बाहर निकालने की कई दलीलों के बावजूद सिर्फ एक को बाहर निकाला गया था।” उन्होंने बयान में कहा है, “जबकि बचे दो आरोपियों को न केवल पार्टी में रखा गया था, बल्कि उन्हें पद भी दिए गए थे। इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा था।” अच्युतानंदन शनिवार को पार्टी की बैठक बीच में छोड़कर चले गए थे। माकपा ने रविवार रात उनसे पार्टी के सम्मेलन के आखिरी दिन सोमवार को बैठकों में शामिल होने के लिए कहा था। पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी पिछले दो दिनों से अच्युतानंदन के संपर्क में बने हुए हैं। येचुरी को अच्युतानंदन का करीबी बताया जाता है।

उत्तर प्रदेश

अवध शिल्प ग्राम में यूनिटी मॉल की निर्माण प्रक्रिया को गति देगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर उसे उत्तम प्रदेश बनाने के सपने को हकीकत की शक्ल दे रही योगी सरकार प्रदेश के समेकित विकास के लिए लगातार कार्यरत है। एक ओर, प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लिए महत्वकांक्षी लक्ष्य की ओर उत्तर प्रदेश ने सीएम योगी के मार्गदर्शन में कदम बढ़ा दिए हैं, वहीं प्रदेश में उत्तम नागरिक सुविधाएं व वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की दिशा में भी विस्तृत कार्ययोजना के अंतर्गत कार्य हो रहा है। इसी क्रम में, उत्तर प्रदेश में तीन यूनिटी मॉल के निर्माण का कार्य भी जारी है जिनमें लखनऊ, आगरा व वाराणसी मुख्य हैं। लखनऊ में अवध शिल्प ग्राम के सेक्टर 9 में यूनिटी मॉल का निर्माण कार्य निरंतर जारी है तथा इस प्रक्रिया में और तेजी लाते हुए योगी सरकार ने प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटेंट (पीएमसी) एजेंसी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। योजना विभाग द्वारा इस प्रक्रिया को शुरू करते हुए निविदा जारी कर दी हैं जिससे कार्यावंटन का मार्ग सुनिश्चित होगा।

पीएमसी निर्धारण से निर्माण प्रक्रिया में आएगी तेजी

योजना विभाग द्वारा अवध शिल्प ग्राम के सेक्टर 9 में यूनिटी मॉल की निर्माण प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए जिस पीएमसी को नियुक्त किया जाएगा वह कई मायने में निर्णायक भूमिका का निर्वहन करेगी। पीएमसी द्वारा रेगुलर मॉनिटरिंग और समय-समय पर दी जाने वाली रिपोर्ट्स न केवल इस प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता निर्धारण में निर्णायक सिद्ध होगी बल्कि इसके जरिए सभी निर्माण कार्यों को ट्रैक करने व उसी आधार पर कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त होगा। रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) माध्यम से निविदा प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है और जुलाई के पहले हफ्ते में कार्यावंटन हो जाएगा। कार्यावंटन के बाद 75 दिनों में कन्सलटेंसी को आर्किटेक्चरल डिजाइन प्रस्तुत करना होगा जिस पर स्वीकृति के बाद 18 महीने में सभी निर्माण कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा। इस दौरान 36 महीने का डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड (डीएलपी) भी लागू रहेगा।

कई प्रकार के निर्माण कार्यों का मार्ग होगा सुनिश्चित

यूनिटी मॉल के निर्माण व विकास के लिए परियोजना के अंतर्गत कई संरचनात्मक कार्यों को पूरा किया जाएगा। इसके अंतर्गत रचनात्मक इनडोर स्पेसेस के निर्माण, उचित स्थान नियोजन के साथ ही यहां की जरूरतों के अनुसार विभिन्न कार्यात्मक आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाएगा। कम रखरखाव के साथ ही उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए विद्युत, यांत्रिक और अन्य सेवाओं के एकीकृत डिजाइन पर काम होगा। पर्यावरण के मानकों के पालन के साथ ही हरित भवन, उत्तम वेंटिलेशन, जलवायु अनुकूल वास्तुकला, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के साथ जल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी तमाम प्रक्रियाओं को पूर्ण किया जाएगा।

200 नॉन एसी, 34 एसी शॉप्स का होगा निर्माण, 30 वर्ष की लीज पर होगा अलॉटमेंट

यूनिटी मॉल के विकास की जो कार्ययोजना क्रियान्वित की जा रही है, उसके अनुसार परिसर में 200 नॉन एसी तथा 34 एसी शॉप्स का निर्माण किया जाएगा। इन दुकानों को 30 वर्ष की लीज पर अलॉट किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, यूनिटी मॉल में एग्जिबिशन हॉल, मल्टीपर्पज हॉल, फूड कोर्ट, वातानुकूलित एट्रियम, फायर एग्जिट समेत तमाम निर्माण कार्यों को पूर्ण जाएगा। 60 करोड़ रुपए से ज्यादा व्यय के जरिए इस पूरी परियोजना पूर्ण किया जाएगा।

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