अन्तर्राष्ट्रीय
राहिल शरीफ ने कश्मीर राग अलापा, बोले- पाक चाहता है शांति
दावोस। पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने कश्मीर को (भारत) विभाजन का अधूरा एजेंडा करार देते हुए गुरुवार को कहा कि लंबित विवाद के समाधान के बाद ही क्षेत्र में शांति लौटेगी। दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की 47वीं वार्षिक बैठक से इतर ‘पाकिस्तान ब्रेकफास्ट’ नामक कार्यक्रम के दौरान पूर्व सेना प्रमुख ने यह टिप्पणी की।
डब्ल्यूईएफ बैठक के मौके पर पाकिस्तान को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन पाथफाइंडर ग्रुप ऑफ पाकिस्तान द्वारा किया गया, जिसमें दुनिया की महत्वपूर्ण राजनीतिक व व्यापारिक हस्तियों ने हिस्सा लिया।
पूर्वसेना प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि दक्षिण एशिया में शांति के लिए कश्मीर मुद्दे का समाधान कश्मीरियों की इच्छा तथा संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के आधार पर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन मुख्य मुद्दा कश्मीर है, जिसे पहले सुलझाना है।”
बीते साल आठ जुलाई को आतंकवादी बुरहान वानी के सुरक्षाबलों के साथ एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा में इजाफा हुआ है। यह पूछे जाने पर कि कश्मीर मुद्दे का समाधान किए बिना दक्षिण एशिया में शांति व आर्थिक समृद्धि हासिल की जा सकती है या नहीं, राहील ने कहा, “हम आगे कैसे बढ़ें, इसका जवाब तीन शब्दों में है। और वह है कश्मीर, कश्मीर और कश्मीर।”
अन्तर्राष्ट्रीय
जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत
नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।
इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।
उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।
डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
-
ऑटोमोबाइल6 hours ago
इन आसान उपायों से आप आसानी से बढ़ा सकते हैं अपनी बाइक का माइलेज
-
अन्तर्राष्ट्रीय1 day ago
जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत
-
नेशनल1 day ago
BJP में शामिल हुए मनीष कश्यप, कहा- बिहार को मजबूत करूंगा
-
नेशनल1 day ago
गृहमंत्री अमित शाह ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में की पूजा-अर्चना, बीजेपी की जीत का मांगा आशीर्वाद
-
नेशनल1 day ago
अखिलेश यादव ने कन्नौज से दाखिल किया नामांकन, सुब्रत पाठक से होगी टक्कर
-
नेशनल1 day ago
यू ट्यूबर मनीष कश्यप आज बीजेपी में होंगे शामिल, मनोज तिवारी के साथ दिल्ली गए
-
नेशनल1 day ago
राजस्थान के जैसलमेर में वायुसेना का टोही विमान क्रैश, जानमाल का नुकसान नहीं
-
नेशनल11 hours ago
असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार अंसारी को बताया शहीद, बोले- उन्हें जहर देकर मारा गया